रायबरेली:एक लेखपाल ने अवैध पलटिंगकर्ता और भू माफियाओं से मिलकर की काली कमाई।

रायबरेली:एक लेखपाल ने अवैध पलटिंगकर्ता और भू माफियाओं से मिलकर की काली कमाई।

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रिपोर्ट>सागर तिवारी 



ऊंचाहार, रायबरेली। लेखपाल के पवित्र पेशे को एक लेखपाल ने अवैध पलटिंगकर्ता और भू माफियाओं से मिलकर लूट और काली कमाई का अड्डा बना लिया। सगे भाई और अपने मुंशी के नाम करोड़ों की वैध–अवैध जमीन लेकर उससे काली कमाई कर रहा है। क्षेत्र की आवाम में इस लेखपाल की खासी दहशत है। यह जिस भूमि पर नज़र डाल देता है उस पर ग्रहण लगना तय है। उस भूमि को जैसे तैसे हथिया ही लेता है। इसके कृत्यों से आवाम आक्रोशित है। जल्द ही जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत की बात कही जा रही है।
         ऊंचाहार तहसील क्षेत्र में तैनात एक सिंह उपनाम लेखपाल ने आतंक मचा दिया। गरीबों की संक्रमणीय भूमि से लेकर ऊसर, बंजर तक की भूमि इसने अपनी काली कलम की जोर पर हासिल कर लिया और उसे अपने सगे भाई और पाण्डेय उपनाम मुंशी के नाम दर्ज करवा दिया। यही नही इसने भोले भाले गरीब किसानों और मजदूरों की संक्रमणीय भूमि लेखपाली रुतबा दिखाते हुए डरवा धमका कर औने पौने भाव में जबरन भाई और मुंशी के नाम बैनामा करवा लिया। जिसे अगले अंक के प्रकाशन में गाटा संख्या नाम सहित प्रकाशित किया जायेगा। इस लेखपाल के भ्रष्टचार के अनगिनत किस्से हैं। कमाऊ पूत होने के चलते कार्यवाही के बजाय राजस्व विभाग के अधिकारी भी इसे आशीष देते हैं। अगले अंक में दिलचस्प विस्तृत और ख़बर साक्ष्यों समेत साझा किया जायेगा।