राम मंदिर निर्माण का 50 फीसदी कार्य पूरा, जानिए, निर्माणाधीन राम मंदिर से जुड़ी खास बातें, पढ़ें पूरी खबर

राम मंदिर निर्माण का 50 फीसदी कार्य पूरा, जानिए, निर्माणाधीन राम मंदिर से जुड़ी खास बातें, पढ़ें पूरी खबर

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अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान राम के भव्य और दिव्य राम मंदिर के निर्माण का 50 फीसदी काम पूरा हो चूका है. मंदिर को भव्यता देने के लिए कुशल कारीगरों द्वार इसके गर्भगृह के कार्य कराए जा रहे हैं. मंदिर में कुल 12 द्वारों का निर्माण कराया जा रहा है. मंदिर के प्रमुख प्रवेश द्वार का नामकरण ‘सिंह द्वार’ के रूप में किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, भव्य और दिव्य राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा. वहीं जनवरी 2024 तक मंदिर में रामलला विराजमान होंगे. राम मंदिर की कुल भूमि के 2.77 एकड़ हिस्से में ग्रेनाइड के पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा. मंदिर को भूकंपरोधी बनाने के लिए हर हिस्से में पिलर्स डाले जाएंगे.

इस लिहाज से निर्माणाधीन राम मंदिर में कुल 392 स्तम्भ होंगे जिनमें से 160 पिलर अकेले गर्भगृह में होंगे. पहली मंजिल पर 132 पिलर होंगे. स्तंभों की अधिकता के चलते राम मंदिर परिसर पर भूकंप का बिल्कुल असर नहीं होगा. वहीं राम मंदिर को लेकर सबसे खास बात ये है कि इसके निर्माण में सरिया का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.

मंदिर में सागौन की लकड़ी के द्वार होंगे. मंदिर के परकोटे में 5 मंदिरों का निर्माण होगा जिसमें सूर्य देव मंदिर,विष्णु देवता मंदिर का निर्माण होगा. फिलहाल, तांबे की पत्तियों से पत्थरों को जोड़ने का काम किया जा रहा है. जिस तेजी और कार्यकुशलता के साथ राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है, ऐसे में अयोध्या में जल्द ही भव्य-दिव्य राम मंदिर का निर्माण संपूर्ण होगा.