Raibareli- NTPC की पांच नंबर यूनिट बायलर में रिसाव के चलते हुई बंद,,,,

Raibareli- NTPC की पांच नंबर यूनिट बायलर में रिसाव के चलते हुई बंद,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी
मो-8742935637


ऊंचाहार-रायबरेली-उत्तरी ग्रिड द्वारा बिजली की मांग कम होने के चलते एनटीपीसी परियोजना द्वारा इस समय बिजली का उत्पादन घटाया गया है। इसी बीच बुधवार की रात इकाई नंबर पांच के बायलर में रिसाव होने के चलते इसे बंद कर दिया गया है। जिसका तापमान घटने के बाद बायलर की मरम्मत कराकर फिर से बिजली का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।
बुधवार की रात एनटीपीसी विद्युत तापीय परियोजना की 210 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली इकाई नंबर पांच के बायलर में रिसाव होने लगा। प्रबंधन द्वारा पहले तो उसे बंद करने की काफी कोशिश की गई। जिसके बाद सफलता ना मिलने पर प्रबंधन को उसे बंद करने का निर्णय लेना पड़ा। बायलर का तापमान घटने के बाद इसके मरम्मत का कार्य शुरू हो जाएगा।
बता दें कि एनटीपीसी परियोजना में छह इकाइयों की बदौलत 1550 मेगा वाट बिजली का उत्पादन होता है। जिसमें इकाई नंबर एक से लेकर पांच तक 210, 210 तो वहीं छठीं इकाई पांच सौ मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली बनाई गई है। गत कुछ दिनों से उत्तरी ग्रिड द्वारा इस परियोजना से उत्पादन की जाने वाली बिजली की मांग को काफी घटा दिया है।
नतीजा विद्युत उत्पादन प्रभावित होने के साथ-साथ व्यापारिक राजस्व पर भी इसका सीधा प्रभाव पड़ रहा है। परियोजना में इकाई नंबर एक से 116, इकाई नंबर दो से 119, इकाई नंबर तीन से 142, तथा इकाई नंबर चार से 126 व छठीं इकाई से 290 मेगा वाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इस तरह से परियोजना में इस समय 794 मेगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है। जो इकाइयों की विद्युत उत्पादन क्षमता का आधा है।
इस परियोजना से इन राज्यों को की जाती है विद्युत आपूर्ति : एनटीपीसी विद्युत तापीय परियोजना से देश के कुल नौ राज्यों को उत्तरी ग्रिड के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जाती है। इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर शामिल हैं। एनटीपीसी परियोजना में बिजली उत्पादन घटने पर इसका सीधा असर इन सभी राज्यों पर पड़ता है।
इस बाबत एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि तकनीकी खामी के चलते पांच नंबर इकाई को मरम्मत के लिए बंद किया गया है। जिसका तापमान काटने के बाद मरम्मत कराकर फिर से बिजली का उत्पादन कार्य शुरू हो जाएगा। कहा कि उत्तरी ग्रेड की मांगों के अनुरूप परियोजना प्रबंधन द्वारा द्वारा बिजली का उत्पादन किया जाता है।