अपने पैतृक गांव आएंगे CM योगी आदित्यनाथ, भतीजी की शादी में होंगे शामिल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड का तीन दिवसीय दौरा करेंगे. वह अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने पौड़ी स्थित अपने पैतृक गांव पंचूर आएंगे. शादी समारोह में शिरकत करने के बाद वह गांव के पास स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
उनके 5 फरवरी की शाम 5 बजे अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचने की उम्मीद है, जहां वह रात्रि विश्राम करेंगे. 7 फरवरी को वह अपने पैतृक घर पर भतीजी की शादी में शामिल होने से पहले विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ 6 फरवरी को दोपहर 2 बजे यमकेश्वर ब्लॉक के बनास तल्ला गांव का दौरा करेंगे. वह यमकेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्थाओं की पड़ताल की जा रही है. इसके बाद पौड़ी के विथ्याणी गांव में गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में आयोजित किसान मेले में भाग लेंगे. सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री योगी महाविद्यालय परिसर में 100 फीट ऊंचे तिरंगे का उद्घाटन भी करेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
2022 में अपने गांव आए थे योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलिकॉप्टर की लैंडिंग के लिए कांडी स्थित लोक निर्माण विभाग के हेलीपैड को तैयार किया जा रहा है. यमकेश्वर रपटे में भी हेलीपैड को दुरुस्त किया जा रहा है. उत्तराखंड के भी कई बड़े भाजपा नेताओं के सीएम योगी की भतीजी की शादी में शामिल होने की संभावना है. सीएम योगी का 8 फरवरी की शाम लखनऊ लौटने का कार्यक्रम है. अप्रैल 2020 में कोरोनो महामारी की पहली लहर के दौरान सीएम योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया था. तब उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों
लिए उत्तराखंड नहीं जा सके थे.
उन्होंने 3 मई, 2022 को उत्तराखंड में अपने पैतृक गांव का दौरा किया था और अपनी मां सावित्री देवी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया था. तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा था, 'अंतिम क्षण में अपने पिता की एक झलक पाने की मेरी प्रबल इच्छा थी. हालांकि, कोरोना महामारी के दौरान राज्य के 23 करोड़ लोगों के प्रति कर्तव्य की भावना के कारण, मैं ऐसा नहीं कर सका.' यह 28 वर्षों में योगी आदित्यनाथ की अपने पैतृक गांव की पहली यात्रा थी. वह इसके पहले एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने आए थे.
छोटी उम्र में ले लिया था संन्यास
पौड़ी के पंचूर गांव में 5 जून, 1972 को जन्मे योगी आदित्यनाथ का उनके माता-पिता द्वारा दिया गया नाम अजय मोहन सिंह बिष्ट था. उन्होंने चामकोटखाल के स्कूल में कक्षा 1 से कक्षा 9 तक पढ़ाई की. इसके बाद हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक की डिग्री पूरी की.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जब मई, 2022 में अपने पैतृक गांव आए थे, तो उन्होंने गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी में अपने आध्यात्मिक गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया था.
योगी आदित्यनाथ ने 1990 के दशक में अयोध्या राम मंदिर आंदोलन
योगी आदित्यनाथ ने 1990 के दशक में अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में शामिल होने के लिए अपना घर छोड़ दिया था. लगभग उसी समय, वह गोरखनाथ मठ के प्रमुख महंत अवैद्यनाथ के शिष्य भी बन गये. महंत अवैद्यनाथ उस समय अयोध्या राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे. योगी आदित्यनाथ ने महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ग्रहण करने के बाद संन्यास धारण कर लिया और गोरखपुर स्थित गुरु गोरक्षनाथ मठ में रहने लगे. 12 सितंबर, 2014 को महंत अवैद्यनाथ के ब्रह्मलीन होने के बाद योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के पारंपरिक अनुष्ठानों के साथ गोरक्षनाथ मठ के पीठाधीश्वर बने.
मुख्यमंत्री योगी के 7 भाई-बहन हैं
योगी आदित्यनाथ कुल 7 भाई-बहन हैं. उनकी तीन बहनें हैं और चार भाई हैं. सीएम योगी अपने माता पिता की 5वीं औलाद हैं. योगी आदित्यनाथ की तीन बहनों में से एक का नाम शशि पयाल है. वह पौड़ी गढ़वाल में भुवनेश्वरी देवी मंदिर के पास अपने पति के साथ फूल-माला, पूजन सामग्री और खान-पान की एक छोटी रेहड़ी चलाती हैं. योगी आदित्यनाथ के बड़े भाई मानवेंद्र मोहन सरकारी कॉलेज में नौकरी करते हैं. मानवेंद्र के बाद योगी आदित्यनाथ आते हैं. उनके बाद दो छोटे भाई शैलेंद्र मोहन और महेंद्र मोहन आते हैं. शैलेंद्र भारतीय सेना में हैं, जबकि महेंद्र मोहन एक स्कूल में काम करते हैं.
योगी आदित्यनाथ ने 1990 के दशक में अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में शामिल होने के लिए अपना घर छोड़ दिया था. लगभग उसी समय, वह गोरखनाथ मठ के प्रमुख महंत अवैद्यनाथ के शिष्य भी बन गये. महंत अवैद्यनाथ उस समय अयोध्या राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे. योगी आदित्यनाथ ने महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ग्रहण करने के बाद संन्यास धारण कर लिया और गोरखपुर स्थित गुरु गोरक्षनाथ मठ में रहने लगे. 12 सितंबर, 2014 को महंत अवैद्यनाथ के ब्रह्मलीन होने के बाद योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के पारंपरिक अनुष्ठानों के साथ गोरक्षनाथ मठ के पीठाधीश्वर बने.
मुख्यमंत्री योगी के 7 भाई-बहन हैं
योगी आदित्यनाथ कुल 7 भाई-बहन हैं. उनकी तीन बहनें हैं और चार भाई हैं. सीएम योगी अपने माता पिता की 5वीं औलाद हैं. योगी आदित्यनाथ की तीन बहनों में से एक का नाम शशि पयाल है. वह पौड़ी गढ़वाल में भुवनेश्वरी देवी मंदिर के पास अपने पति के साथ फूल-माला, पूजन सामग्री और खान-पान की एक छोटी रेहड़ी चलाती हैं. योगी आदित्यनाथ के बड़े भाई मानवेंद्र मोहन सरकारी कॉलेज में नौकरी करते हैं. मानवेंद्र के बाद योगी आदित्यनाथ आते हैं. उनके बाद दो छोटे भाई शैलेंद्र मोहन और महेंद्र मोहन आते हैं. शैलेंद्र भारतीय सेना में हैं, जबकि महेंद्र मोहन एक स्कूल में काम करते हैं.