सेक्स के लिए तड़प रही युवती ने अपनी योनि में डाल ली बोतल , चिकित्सकों ने बचाई जान

सेक्स के लिए तड़प रही युवती ने अपनी योनि में डाल ली बोतल , चिकित्सकों ने बचाई जान

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  रिपोर्ट-सागर तिवारी

सेक्स की प्यास बड़ी बेसब्र होती है । सेक्स की भूखी एक युवती को जब कोई मर्द नहीं मिला तो उसने अपनी योनि में बोतल डाल ली और सेक्स करने लगी । उत्तेजना में उसने ध्यान नहीं दिया और झटके के कारण बोतल अंदर चली गई और फंस गई । जिससे उसकी हालत खराब हो गई । चिकित्सकों की टीम ने किसी तरह बोतल को बाहर निकाला और उसकी जान बचाई मामला दिल्ली का है । यहां की रहने वाली एक युवती को अचानक सेक्स की इच्छा हुई । उस पर सेक्स का नशा इस कदर छाया कि उसे कोई मर्द नहीं मिला तो उसने एक बोतल लेकर अपनी योनि में डाल ली , और सेक्स करने लगी । उत्तेजना के कारण उसने बोतल को झटका दिया तो अचानक बोतल अंदर घुस गई । बोतल अंदर जाकर आंतों में फंस गई । जिससे युवती को पीड़ा होने लगी , तब उसे गलती का एहसास हुआ ।
     युवती पहले अपने नजदीकी अस्पताल गई थी, जहां डॉक्टरों ने बोतल निकालने की कोशिश की लेकिन असफल रहे। इसके बाद उसका पेट का एक्स-रे किया गया, जिसमें बोतल प्राइवेट पार्ट के ऊपरी हिस्से में फंसी हुई दिखाई दी। युवती की गंभीर हालत और आंत फटने की आशंका को देखते हुए उसे तुरंत रात में सर्जरी के लिए ले जाया गया।
सर्जरी टीम में डॉ. तरुण मित्तल, डॉ. आशीष डे, डॉ. अनमोल आहूजा, डॉ. श्रेयष मंगलिक और एनेस्थेटिस्ट डॉ. प्रशांत अग्रवाल शामिल थे। सिग्मॉइडोस्कोपी की मदद से बोतल को सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया। इस प्रक्रिया से पेट या आंत को नहीं काटना पड़ा, जिससे मरीज को कम दर्द और जल्दी ठीक होने में मदद मिली।
पूरी बोतल को सुरक्षित निकाल लिया गया और मरीज की हालत में सुधार होने पर उसे अगले दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डॉ. अनमोल आहूजा ने कहा कि ऐसे मामलों में समय बर्बाद किए बिना प्रक्रिया करना जरूरी होता है। इससे आंत फटने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि एंडोस्कोपी, सिग्मॉइडोस्कोपी और लैप्रोस्कोपी जैसी मिनिमल इनवेसिव तकनीकों से इनका इलाज सुरक्षित रूप से किया जा सकता है।
डॉ. तरुण मित्तल ने बताया कि अक्सर ऐसे मरीज अकेलापन महसूस करते हैं, और उपचार के दौरान इस पहलू का भी ध्यान रखना चाहिए। ऐसे मरीज यदि मनोरोग से ग्रसित हैं तो उनकी काउंसलिंग की जा सकती है।