रायबरेली-तीस सालों में भाजपा व निर्दलीय दो बार तो बसपा का नहीं खुला खाता,,,,,

रायबरेली-तीस सालों में भाजपा व निर्दलीय दो बार तो बसपा का नहीं खुला खाता,,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

क्या इसबार बसपा ऊँचाहार में मारेगी बाजी,,

ऊंचाहार-रायबरेली- प्रदेश से लेकर विधानसभा तक में बसपा की सरकार रहने के बावजूद भी ऊंचाहार नगर पंचायत में आज तक बसपा की सरकार नहीं बन सकी। जबकि भाजपा व निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो, दो बार तो वहीं सपा और कांग्रेस ने एक एक बार जीत दर्ज किया है। इस बार के चुनाव में सभी प्रत्याशी एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। मतदाता इस बार जीत का सेहरा किसके सर बनेंगे यह चार मई को तय हो जाएगा।
          जून 1983 में दस वार्डों को मिलाकर टाउन एरिया का सृजन हुआ था। करीब पांच वर्षों तक नगर पंचायत की बागडोर प्रशासकों के हाथ में रही। 1989 में पहली बार नगर पंचायत का चुनाव हुआ था। जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी रहे मो. सल्लन चुनाव जीतकर पहले चेयरमैन बने थे। इसके बाद 1995 में यह सीट अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुई। चुनाव में भाजपा की उम्मीदवार रही सुशीला मौर्या पहली महिला चेयरमैन बनी। जिसके बाद वर्ष 2000 में फिर इन्हीं के हाथ जीत की कामयाबी लगी। 2006 में सामान्य महिला का आरक्षण होने पर कांग्रेश की मुस्तरी बेगम मैदान में उतरी और सुशीला मौर्या को चुनाव हराकर चेयरमैन की सीट पर बैठने में सफल रही। 2012 में सामान्य सीट होने के बाद निर्दलीय पार्टी से प्रत्याशी रहे प्रमोद गुप्ता ने कांग्रेश की मुस्तरी बेगम को चुनाव हराकर विजय हासिल की थी। वर्ष 2017 में यह सीट महिला पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुई। जिसमें समाजवादी पार्टी से शाहीन सुल्तान ने कांग्रेस के कृष्ण चंद्र जायसवाल को चुनाव हराकर चेयरमैन की कुर्सी पर कब्जा जमाया था। इस बीच वर्ष 1996 से 2007 तक प्रदेश से लेकर ऊंचाहार विधानसभा तक में बसपा की सरकार रही। प्रदेश सरकार के कद्दावर नेता माने जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य यहां के विधायक के साथ प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री भी बनाए गए थे। बावजूद इसके ऊंचाहार नगर में आज तक बसपा की सरकार नहीं बन सकी। हालांकि पार्टी द्वारा प्रत्येक चुनाव में प्रत्याशी उतारे गए। लेकिन तीस वर्षों में उन्हें एक बार भी सफलता हासिल नहीं हो सकी। इस बार के नगर पंचायत चुनाव में परिणाम क्या आएंगे यह आने वाली 13 मई की तारीख ही बताएगी।

मतदाताओं की कुल संख्या - 11335
महिला मतदाता -   5686
पुरूष मतदाता -    5649
थर्ड जेंडर -  शून्य

मतदान केंद्रों की संख्या - 04
मतदेय स्थलों की संख्या - 14