पायलट सुमित सभरवाल का ATC को भेजा आखिरी मैसेज आया सामने

मेडे (MAYDAY), मेडे, मेडे... भ्रस्ट नहीं मिल रहा। पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। नहीं बचेंगे।' ये वो आखिरी मैसेज है, जो एयर इंडिया फ्लाइट AI171 क्रैश होने के चंद सेकेंड पहले विमान के पायलट सुमित सभरवाल ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को भेजा था।
4-5 सेकेंड में सुमित सभरवाल ने अपना मैसेज तो ATC को भेजा दिया था...लेकिन इसके बाद जब फौरन ATC ने कॉल्स किए तो...उनको कोई जवाब नहीं मिला। संभावना है कि उस वक्त तक विमान नीचे गिरने लगा था।
कैप्टन सुमीत सभरवाल लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट के पायलट-इन-चार्ज थे। अपनी जान गंवाने वालों में कैप्टन सभरवाल भी शामिल थे, जो एक अनुभवी पायलट थे। उनके पास 8,200 उड़ान घंटे का एक्सपीरियंस था। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ( DGCA) के मुताबिक सुमित सभरवाल ने मेडे (MAYDAY) कॉल दिया था। लेकिन विमान टेकऑफ करते हुए अचानक क्रैश हो गई थी। विमानन मंत्रालय ने 14 जून को कहा कि अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान के पायलट ने दोपहर 1 बजकर 39 मिनट पर ATC आखिरी रेडियो संदेश भेजा था, जिसमें वो 'मेडे, मेडे, मेडे...' कह रहे थे।
MAYDAY कॉल एक पायलट तब देता है, जब उसे कोई इमरजेंसी की सूचना देनी होती है। MAYDAY एक इमरजेंसी सिग्नल होता है। पायलट इसे तब देता है, जब विमान को बहुत गंभीर खतरा होता है और तुरंत मदद की जरूरत होती है।
MAYDAY कॉल कब दी जाती है?
- पायलट इन परिस्थितियों में MAYDAY कॉल देता है, इंजन फेल हो जाए, विमान में आग लग जाए, तेज टकराव या क्रैश की आशंका हो
- कॉकपिट में ऑक्सीजन या अन्य सिस्टम फेल हो जाएं या हाईजैक या आतंकवादी हमला हो।
- MAYDAY क्यों जरूरी है? जैसे ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को MAYDAY कॉल मिलती है, वे उस विमान को तुरंत प्राथमिकता देते हैं। एयरपोर्ट और राहत टीमें एक्टिव हो जाती हैं। MAYDAY शब्द फ्रेंच के "m'aider" से आया है, जिसका मतलब होता है - "मदद करें!"
- MAYDAY कॉल कैसे दी जाती है? पायलट रेडियो पर तीन बार बोलता है: "MAYDAY, MAYDAY, MAYDAY" इसके बाद वो बताता है कि विमान को क्या दिक्कत है और वो कहां है।
कैप्टन सुमीत सभरवाल के दोस्त बोले- वो एक बेहतरीन पायलट था
कैप्टन सुमीत सभरवाल के पारिवारिक मित्र संजीव पई ने कहा,
''मैं एक सेवानिवृत्त विंग कमांडर हूं और मैंने एयर इंडिया के कर्मचारियों के साथ हर तरह की परिस्थिति में काम किया है। कैप्टन सुमीत एक बहुत अच्छे और अनुभवी पायलट थे। उनकी मृत्यु एयर इंडिया के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वह बहुत शांत और शांतिपूर्ण व्यक्ति थे, एक बेहतरीन पायलट थे। उनके बारे में कभी कोई शिकायत नहीं थी - वह अपने व्यवहार और लोगों के साथ व्यवहार दोनों में बहुत पेशेवर थे।''



