रायबरेली के गांव गांव में बन रही कच्ची शराब,डीएम की सख्ती पर खुली आबकारी विभाग की पोल,,,,

रायबरेली के गांव गांव में बन रही कच्ची शराब,डीएम की सख्ती पर खुली आबकारी विभाग की पोल,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

रायबरेली-रायबरेली-जनपद में कई हादसों के बावजूद मिलावटी और कच्ची शराब पर अंकुश नहीं लग रहा है। आलम यह है कि गांव-गांव कच्ची शराब बन रही है । यह हकीकत सरकारी प्रेस नोट से सामने आई है ।
        जिला अधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देश पर चलाए गए अभियान में यह कड़वा सच सामने आया है। ज्ञात हो कि होली त्यौहार को मद्देनजर रखते हुए जिला अधिकारी ने कच्ची और मिलावटी शराब के विरुद्ध अभियान चलाने का निर्देश दिया था ।डीएम के निर्देश पर पुलिस और आबकारी विभाग ने अमल किया और लगातार दबिश दी गई तो एक दिन के अंदर 357 लीटर से  कच्ची शराब बरामद हुई है। जबकि 1600 किलोग्राम कच्ची शराब बनाने की सामग्री ( महुआ) नष्ट किया गया है।  सरकारी प्रेस नोट सिद्ध करता है कि रायबरेली जनपद में गांव-गांव कच्ची शराब का निर्माण हो रहा है। इसकी बानगी पूर्व में मिल चुकी है। करीब दो साल पहले महाराजगंज थाना क्षेत्र में कच्ची शराब पीने से एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद जिला प्रशासन इसमें संजीदा नहीं है ।अधिकारियों के निर्देश पर जब अभियान चलता है तब यह हकीकत सामने आती है, सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मंगलवार को चलाए गए अभियान में  जिला आबकारी अधिकारी रविन्द्र प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में मंगलवार को आबकारी निरीक्षकों द्वारा  जनपदीय आबकारी स्टाफ के साथ थाना खीरो के अंतर्गत स्थित ग्राम महरानीगंज , थाना गुरुबक्शगंज के अंतर्गत ग्राम गोझरी व कोरिहर , थाना नसीराबाद के अंतर्गत ग्राम बरखुरदारपुर अकेलवा, थाना ऊंचाहार के अंतर्गत ग्राम भटेहरी, थाना बछरावां के अंतर्गत ग्राम बसेटा में अवैध कच्ची शराब बनाने  के अड्डों , आसपास के जंगलों , तालाब के किनारे आदि स्थानों पर दबिश की कार्यवाही की गई। दबिश के दौरान लगभग 357 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की गई तथा लगभग 1600 किलोग्राम महुआ लहन मौके पर नष्ट किया गया। 13 अभियोग आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में पंजीकृत किए गए। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि यह अभियान निरंतर चलाया जा रहा है।अवैध शराब पर अंकुश के प्रयास  जारी है।