शिक्षक खुद को जलाकर फैलाता है ज्ञान की रोशनी: बृजलाल

शिक्षक खुद को जलाकर फैलाता है ज्ञान की रोशनी: बृजलाल

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

जहां पर पढ़े वहीं पर हो रहा है आज हमारा सम्मान: शफीकुर्रहमान

शिक्षक का काम समाज में शिक्षा की अलख को सदैव ही जगाना: राघवेंद्र यादव

संकुल बल्ला की तरफ से दो शिक्षकों का हुआ सम्मान, शिक्षा उन्नयन गोष्ठी का आयोजन


रायबरेली-अमावां ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय थुलवासा में 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने जा रहे शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। शिक्षक सम्मान समारोह और शिक्षा उन्नयन गोष्ठी के मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी संघ के प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र कनौजिया, विशिष्ट अतिथि राही के खण्ड शिक्षा अधिकारी बृजलाल रहे। शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान सेवानिवृत्त होने जा रहे पूर्व माध्यमिक विद्यालय हिलगी के प्रधानाध्यापक शफीकुर्रहमान उर्फ गुड्डू व प्राथमिक विद्यालय पूरे जमादार के इंचार्ज प्रधानाध्यापक सैय्यद मो. शहाब हाशमी को अंगवस्त्र, भारत का संविधान देते हुए फूल माला पहनाकर अतिथियों और शिक्षकों ने सम्मान किया गया। 

बीईओ वीरेंद्र कनौजिया और बृजलाल ने कहा कि शिक्षक वह मोमबत्ती होते हैं, जो खुद जलकर दूसरों को प्रकाश देने का कार्य करते हैं। शिक्षा और शिक्षक एक दुसरे के पूरक होते है। उन्होंने कहा कि वे शिक्षा की रोशनी के पूरे समाज को रोशन करते रहते हैं। काम से ही व्यक्ति की पहचान होती है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव ने कहा कि जिस दिन से सेवा में आ जाते हैं, उस दिन से सेवानिवृत्त की तिथि तय हो जाती है लेकिन हमारे साथियों का काम समाज शिक्षा की अलख जगाना है जो कि सदैव जारी रहता है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि पौराणिक काल से ही गुरु ज्ञान के प्रसार के साथ साथ समाज के विकास का बीड़ा उठा रहे हैं। गुरू अज्ञान रुपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाने वाला सशक्त माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक संस्कार के ज्ञानदीप शिक्षक होते हैं। 

डीपीए के प्रदेश महामंत्री अशोक प्रियदर्शी व प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के प्राण तत्व है एवं समाज के सफल मार्गदर्शन होते हैं। विद्या नामक धन मनुष्य का अधिक सौंदर्य होता है, ये गुप्त से भी गुप्त धन है जिसका कभी कोई चोर चोरी नहीं कर सकता है। ये सेवानिवृत्त जरुर हुए है, पर सेवा के दायित्वों से नहीं। जिला स्काउट मास्टर शिव शरण सिंह, उर्दू शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मोईनुल हसन, शिक्षक राम प्रकाश अवस्थी, ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश सिंह, शशिप्रकाश श्रीवास्तव ने शिक्षकों के संबोधन में कहा कि आपकी इस यात्रा के दौरान हजारों बच्चों का भविष्य बना है। आपकी आगे की यात्रा बेहतर रहे। 

इस मौके पर रामनरेश पाल, बेग साहब, धर्म कुमारी, शैल श्रीवास्तव, अनीता, फात्मा, शिवाकांत, रामेश्वरनाथ, अमर सिंह यादव, फरजाना, ऊषा सिंह, करुणा यादव, ब्रिजेश,  उनसिया असगर, विनोद यादव, रामभरत राजभर, गरिमा सिंह, ऊषा, कमल अहिरवार, हेमलता, अर्चना बौद्ध, महफ़ूज, डॉ0 मनोज, राजेन्द्र सिंह, सुधीर कुमार, कृष्णाशंकर यादव, धर्मेन्द्र सिंह चौहान, अवनीश कुमार, हरिबिन्दर, सत्यभामा, विश्रामा, राजकुमारी, शिवेंद्र सिंह, राम गोपाल, आएशा अफरोज, धर्मेन्द्र तिवारी, सुनीता, रामेश्वरी, मनोज, अंकिता, राजेश, रामनरेश, संदीप वर्मा, वरुणेंद्र सिंह, विजयकांत आदि लोग मौजूद रहे।

यह विद्यालय न होता तो हम न होते मास्टर: गुड्डू मास्टर

रायबरेली। तीन दशक से अधिक समय तक परिषदीय विद्यालयों में सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं प्रधानाध्यापक शफीकुर्रहमान उर्फ गुड्डू मास्टर अपना उद्बोधन देते समय बहुत ही भावुक हो गए उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय में हमारा सम्मान हो रहा है इसी विद्यालय की वजह से ही हम मास्टर बने। अगर यह विद्यालय हमारे गांव में न होता तो हम आठवीं तक पढ़ाई न कर पाते। आज हमारे लिए बहुत ही भावुक वाला क्षण है कि जहां पर पढ़े उसी विद्यालय में आज हमारा सम्मान हो रहा है। यह थुलवासा हमारा गांव और हमारी शान भी है। हिलगी विद्यालय के बारे में उन्होंने कहा कि विद्यालय में शायद मीना मैम न होती तो उसकी चमक उतनी न हो पाती। मैनेजमेंट हमारा रहता था और मेहनत शिक्षिका मीना की रहती थी। उसका नतीजा है कि आज हिलगी का नाम बहुत आगे है।