BJP में शामिल होने के बाद पहली बार बोले मनोज पांडेय,अखिलेश यादव ऐसा नही बोल सकते!!!

BJP में शामिल होने के बाद पहली बार बोले मनोज पांडेय,अखिलेश यादव ऐसा नही बोल सकते!!!

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

रायबरेली की ऊंचाहार सीट से तीन बार विधायक रहे मनोज पांडे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. हालांकि वो सपा के टिकट पर विधायक बने थे. बीजेपी में जाने के बाद मनोज पांडे ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साध है

उन्होंने सपा को छोटी पार्टी बताया और कहा कि अखिलेश को ईश्वर सदबुद्धि दे.

मनोज पांडे ने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि, "अखिलेश यादव हमारे बारे में बोल नहीं सकते ये हमें पता है. अखिलेश जी एक पार्टी.. भले ही वो क्षेत्रीय दल हो, छोटी पार्टी हो उसके नेता तो है हीं...ठीक हैं उन्होंने क्या बोला किसके लिए बोला.. मैं ईश्वर से प्रार्थना करूंगा यद्यपि वो ईश्वर को नहीं मानते फिर भी मैं कामना करूंगा ईश्वर उन्हें सदबुद्धि दे. अच्छे रास्ते पर उन्हें चलाए.

अखिलेश यादव को लेकर कही ये बात
इस दौरान उन्होंने रायबरेली चुनाव को लेकर भी बात की और कहा कि यहाँ पर हमारा सौ फीसदी समर्थन भारत के प्रधानमंत्री को है. हमारा सपोर्ट हैं सनातन को..हम प्रभु राम के लिए आए हैं. मैंने पहले भी कहा था कि हम सनातनी है हम भगवान राम को नहीं छोड़ सकते. हम गरीब कमजोर दलित की सेवा करने से अपने को विमुक्त नहीं कर सकते.

मनोज पांडे ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, "वो केवल चुनाव में जमीन पर थे, लेकिन पांच साल जब वो (मनोज पांडे) जीतने के बाद जनता की समस्याओं के लिए भी मैदान में थे, लोकतंत्र में हम सब की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा जनता के बीच 

रहने की है. मुझे लगता है कि गांधी परिवार पांच साल तक जनता के सुख दुख में साथ नहीं था लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ थे.

इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मनोज पांडे पर निशाना साधते हुए कहा था कि बिना नाम लिए कहा था कि जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वो अपने आप उस गड्ढे में गिरता है. मनोज पांडे अखिलेश यादव के करीबी नेताओं में आते थे. लेकिन, राज्यसभा चुनाव के दौरान उन्होंने पाला बदलकर बीजेपी के समर्थन में वोट किया था. जिसके बाद से ही वो सुर्खियों में आ गए थे.

बीजेपी में शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि सपा मनोज पांडे के खिलाफ दल बदल कानून के तहत कार्रवाई की मांग कर सकती है. उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिए बिना ही बीजेपी ज्वाइन कर ली थी.