BJP नेता प्रमोद यादव हत्याकांड में शामिल शूटर्स का एनकाउंटर, दो स्कॉर्पियो और पिस्टल-कारतूस बरामद

BJP नेता प्रमोद यादव हत्याकांड में शामिल शूटर्स का एनकाउंटर, दो स्कॉर्पियो और पिस्टल-कारतूस बरामद

-:विज्ञापन:-

यूपी के जौनपुर (Jaunpur) में बीजेपी नेता प्रमोद यादव हत्याकांड (Pramod Yadav Murder Case) में शामिल दो शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों की गिरफ्तारी मुठभेड़ के बाद हुई. मुठभेड़ में एक शूटर के पैर में गोली लगी है.मुख्य आरोपी विजय यादव को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

बता दें कि 7 मार्च की सुबह थाना क्षेत्र के बोधापुर मोड़ पर बीजेपी नेता प्रमोद यादव की बाइक सवार बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया जब बीजेपी नेता अपनी ब्रेजा कार से जौनपुर के लिए निकले थे. गोलियां लगने के बाद गांव के लोगों ने उनको जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने प्रमोद यादव को मृत घोषित कर दिया था. इस घटना से जौनपुर से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया था. बीजेपी के बड़े नेता मृतक प्रमोद यादव के घर पहुंचे थे.

मुठभेड़ के बाद शूटर गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि थाना सिकरारा, मड़ियाहूं व बक्सा की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा हत्याकांड का सफल अनावरण करते हुए मुकदमें में वांछित अभियुक्तों को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया. इस दौरान 1 शूटर के पैर में गोली लगी है. बदमाशों के कब्जे से एक देशी पिस्टल.32 बोर, चार जिंदा कारतूस .32 बोर, एक खोखा कारतूस .32 बोर, 4 मोबाइल व 2 स्कार्पियो बरामद हुई है.

 दरअसल, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि वांछित अभियुक्त गुलजारगंज से कठार मलसिल तिराहा होते हुए मडियाहूं की तरफ जाने वाले हैं. जिसपर कठार रोड पर चेकिंग लगाई गई. तभी एक स्कार्पियों (ब्लैक कलर) आते हुए दिखाई दी. उक्त वाहन को रूकने का इशारा करने पर उसमें सवार अभियुक्त गाड़ी भगाने लगे और भागते हुए फायर करने लगे. पुलिस ने फौरन उनका पीछा किया और आत्मरक्षा में गोली चलाई. जिसमें एक गोली गाड़ी से उतरकर भाग रहे अभियुक्त सचिन यादव उर्फ देवा को लग गई. इसके बाद दूसरे अभियुक्त को चन्द्रशेखर यादव को भी पकड़ लिया गया. पकड़े गए दोनों अभियुक्तों का लंबा-चौड़ा आपराधिक इतिहास है.

कैसे हुई थी प्रमोद यादव की हत्या?

बताते चलें कि जौनपुर जिले के सिकरारा थाना क्षेत्र में बोधापुर गांव निवासी प्रमोद यादव गुरुवार सुबह 9:30 बजे अपनी कार से घर से निकलकर जौनपुर प्रयागराज मार्ग पर पहुंचने वाले थे. तभी दो लोगों ने शादी का कार्ड देने के बहाने उन्हें रोका. प्रमोद ने जैसे ही शीशे को डाउन किया, बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. उन्हें 6 गोलियां मारी गईं थी.

प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि वारदात के वक्त कुछ लोगों ने बदमाशों पर ईंट-पत्थर भी फेंके लेकिन बदमाशों ने असलहा दिखाए, जिससे लोग जान बचाकर भागे. बदमाशों के फरार होने के बाद लोगों ने प्रमोद को उन्हीं की ब्रेजा कार से जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

बीजेपी नेता प्रमोद यादव वर्तमान में जिला मंत्री थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उनको मल्हनी विधानसभा से प्रत्याशी बनाया था. नॉमिनेशन में डॉक्यूमेंट की कमी की वजह से उनका नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी ने निरस्त कर दिया था. प्रमोद यादव बाहुबली धनंजय सिंह के करीबी माने जाते थे.

चुनावी रंजिश में हत्या!

प्रमोद यादव के भतीजे और घटना के चश्मदीद संजय यादव ने मीडिया को दिए गए बयान में बताया था कि वर्तमान ग्राम प्रधान राधा यादव के पति विजय यादव द्वारा ग्राम सभा में की जा रही गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके चाचा प्रमोद यादव शासन प्रशासन में पैरवी कर रहे थे.

 संजय यादव के अनुसार, इसी रंजिश के चलते विजय यादव ने प्रमोद यादव की हत्या कराई है. चर्चा ये भी है कि पानी की टंकी को विजय यादव अपने पसंदीदा स्थान पर बनवाना चाहते थे. मगर प्रमोद यादव ने शासन पर प्रेशर बनवाकर अपने मन मुताबिक स्थान पर पानी की टंकी पास करवाई थी. इसको लेकर भी विजय यादव काफी भड़का हुआ था. विजय पहले ही पुलिस की गिरफ्त में है.