Raibareli-आखिर क्या CMS की नौकरी लेकर ही मानेंगे चीफ फार्मासिस्ट बीएन सिंह

Raibareli-आखिर क्या CMS की नौकरी लेकर ही मानेंगे चीफ फार्मासिस्ट बीएन सिंह

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

जिला चिकित्सालय इमरजेंसी के चीफ फार्मासिस्ट के आगे सीएमओ व सीएमएस नतमस्तक

मरीजों से अभद्रता व नशे में करते हैं ड्यूटी

अधिकतर रोजाना ड्यूटी लगवाकर होती है धन उगाही

खुद के कार्य को स्वीपर व वार्ड ब्वॉय से करवाते चीफ फार्मासिस्ट बी एन सिंह

मरीज की गंभीर हालत हो या मरीज को कितनी भी चोट आई हो एक टांका तक अपने हाथ से नहीं लगाते है इमरजेंसी के चीफ फार्मासिस्ट बी एन सिंह

रायबरेली आए दिन सुर्खियों में रहने वाले जिला चिकित्सालय रायबरेली की इमरजेंसी में तैनात चीज फार्मासिस्ट बी एन सिंह के आगे स्वास्थ महकमा बिल्कुल नतमस्तक दिखाई दे रहा सूत्रों की बात करें तो इनकी ड्यूटी ब्लड बैंक में है परंतु धन बल के बल पर यह इमरजेंसी में रोजाना ड्यूटी लगवाते हैं और अधिकतर रात्रि में  ड्यूटी लगवा कर मरीजों से अभद्रता करना इनका काम हो गया है सूत्रों की माने तो नशे की हालत में ड्यूटी करना उनका स्वभाव बन गया है कभी किसी से सही से बात नहीं करना हमेशा मुंह में पूड़ीया दबाकर इमरजेंसी के अंदर रूम में शराब का सेवन करके व लगभग रोजाना ड्यूटी लगवा कर मरीजों से धन उगाही करना इनका काम बन गया है *खुद कुर्सी पर बैठकर अपना काम स्वीपर से कराना जिसमें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक भी कुछ नहीं कहते रोजाना इमरजेंसी में ड्यूटी के दौरान शिकायतों का अंबार लगा रहता है एवं इनकी कार्यशैली से भी सभी प्रभावित हैं पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जो अपने आपको एक ईमानदार cms सीएमएस के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं और जिला चिकित्सालय को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं वहीं दूसरी ओर से सीएमएस साहब चीफ फार्मासिस्ट बी एन सिंह पर अपनी कृपा बनाए हुए हैं ऐसा लोगों का कहना है सूत्रों की बात करें तो लोग बताते हैं कि यह एमरजेंसी ड्यूटी के दौरान नशे में रहते हैं और सही से बात नहीं करते और*  *इनकी ड्यूटी भी ब्लड बैंक लगी हुई है पर सांठ गांठ करके अपनी ड्यूटी इमरजेंसी में रोजाना लगवाते है* क्योंकि धन उगाही की जा सके सूत्रों की माने तो इन्होंने अपने कुछ लोगों के मैंनेज करने के लिए रख रखा है कि इनके ऊपर कोई बात आए तो वह लोग मैंनेज करने के लिए cms cmo से इनके बारे में बात कर सकें जिसके लिए चीफ फार्मेसिस्ट साहब उनको अच्छी खासी मोटी रकम भी देते हैं अधिकारी की बात ना मानकर अपने मनमाने ढंग से इलाज करके मरीजों से सही से बात न करना इनका पेशा बन गया है क्या सीएमएस साहब इन पर कोई कार्यवाही करेंगे या फिर सच्चाई की मूर्ति ईमानदार व्यक्ति जिला चिकित्सालय को आदर्श जिला चिकित्सालय बनाने के लिए प्रयासरत सीएमएस साहब  केवल बातें करेंगे और जो गलत है उस पर कार्रवाई न करते हुए केवल और केवल जिला चिकित्सालय को आदर्श जिला चिकित्सालय बनाने के लिए प्रयास ही करते रहेंगे अब अगर इसकी निष्पक्ष जांच हो तो इस मामले में सीएमएस महोदय को कार्रवाई करने में मदद मिल सकती हैं