सपा सांसद की जीत के खिलाफ हाईकोर्ट पहुँची मेनका गाँधी

सपा सांसद की जीत के खिलाफ हाईकोर्ट पहुँची मेनका गाँधी

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पुर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री रहीं मेनका गांधी साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में हार को बाद उन दिग्गजों में शामिल हो गई हैं, जो इस बार संसद में नहीं दिखाई दे रहे हैं. वहीं, बीजेपी ने उनके बेटे वरुण गांधी को भी इस बार टिकट नहीं दिया था.

अब मेनका गांधी ने सुल्तानपुर से अपने प्रतिद्वंद्वी रहे चुने गए सांसद रामभुआल निषाद के चुनाव को कोर्ट में चुनौती दी है. उन्होंने उनका निर्वाचन रद्द करने की अपील की है.

हाईकोर्ट में दाखिल की गई याचिका
जानकारी के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से पूर्व बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने लखनऊ हाईकोर्ट में सुल्तानपुर लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए रामभुआल निषाद के चुनाव को चुनौती दी है. हाईकोर्ट में दाखिल की गई याचिका में मेनका गांधी ने सपा सांसद राम भूआल निषाद का निर्वाचन रद्द करने की अपील की है.

मेनका गांधी की तरफ से चुनाव याचिका वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशान्त सिंह अटल ने दाखिल की. याचिका में कहा गया है कि राम भुआल निषाद पर 12 मुकदमे दर्ज हैं, मगर उन्होंने चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे में केवल 8 मुकदमों का ज़िक्र किया है.

मेनका गांधी नहीं बचा पाईं अपनी सीट
बता दें कि उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर लोकसभा सीट से बीजेपी लीडर मेनका गांधी इस बार अपनी सीट नहीं बचा पाईं हैं. यहां समाजवादी पार्टी के रामभुआल निषाद ने 43174 वोटों से फतह हासिल 

 है. एसपी को 444330 वोट मिले, जबकि बीजेपी को 401156 वोट हासिल हो सके. वहीं, अगर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों की बात करें, तो बीजेपी की मेनका गांधी ने 4,59,196 वोटों से जीत दर्ज की थी.

कौन हैं सांसद राम भुआल निषाद?
राम भुआल निषाद पहले भाजपा में ही थे, लेकिन बाद में सपा में शामिल हो गए थे. लोकसभा चुनाव में दिए गए शपथपत्र के मुताबिक, उनके खिलाफ 8 आपराधिक मामले दर्ज हैं. उनकी उम्र 64 साल है. लोकसभा चुनाव में दिए शपथपत्र में उन्होंने अपनी आय का स्त्रोत कृषि उपज और राजनेता पेंशन बताया है. रामभुआल निषाद कौड़ीराम विधानसभा सीट से दो बार विधायक भी रह चुके हैं.

बसपा सरकार में रह चुके हैं मत्स्य राज्य मंत्री
वह साल 2007 में उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार में मत्स्य राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. राम भुआल की गोरखपुर, सुल्तानपुर और इसके आसपास के इलाकों में काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है. 2012 में उन्होंने गोरखपुर ग्रामीण से भाजपा से टिकट मांगा था, लेकिन उनके स्थान पर विपिन सिंह को टिकट दे दिया गया था. इस बात से वह भाजपा से नाराज हो गए थे.

सीएम योगी के खिलाफ भी लड़ चुके हैं चुनाव

2014 के लोकसभा चुनाव में रामभुआल निषाद वर्तमान में यूपी के सीएम आदित्यानाथ योगी के खिलाफ खड़े हुए थे, लेकिन जीत दर्ज नहीं कर पाए थे और तीसरे स्थान पर रहे थे. इसके बाद उनको बसपा से टिकट मिला था, लेकिन उनके विवादित बयानों के बाद उनका टिकट काट दिया गया था. 2019 में सपा ने उन्हें टिकट देकर एक बार गोरखपुर से सांसद प्रत्याशी बनाया था, लेकिन जीत बीजेपी के रविकिशन ने दर्ज की थी. इसके बाद 2024 में सपा ने उनको सुल्तानपुर से टिकट दिया था. सपा की टिकट पर उन्होंने सुल्तानपुर से जीत दर्ज की है.