रायबरेली-स्वामी प्रसाद मौर्य एक राजनैतिक गिरगिट-अभिषेक तोमर

रायबरेली-स्वामी प्रसाद मौर्य एक राजनैतिक गिरगिट-अभिषेक तोमर

-:विज्ञापन:-

रिपोर्ट-सागर तिवारी


रायबरेली- स्वामी प्रसाद मौर्य एक राजनैतिक गिरगिट हैं, उनकी ना तो कोई विचारधारा है और ना ही किसी धर्म या संस्कृति के प्रति आस्था है। रामचरित मानस पर टिप्पणी को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा के सचिव अभिषेक तोमर ने कहा कि दलित-पिछड़ा समाज हिंदुत्व का झंडा फहराने में सबसे आगे रहा है। इस कारण उनकी टिप्पणी को उनके ही समुदाय के लोग स्वीकार नहीं करेंगे।वे अपनी राजनैतिक जमीन खो चुके हैं इसीलिए अब लगातार सनातनियों की आस्था पर प्रहार कर सुर्खियां बटोरने का ओछा हथकण्डा अपना रहे हैं।
श्री तोमर ने कहा कि देश मे ओछी प्रतिस्पर्धा छिड़ी हुई है कि कौन सनातनियों का कितना विरोध कर सकता है और उनके धर्मग्रंथों पर कितनी आपत्तिजनक टिप्पणियां कर सकता है जिसकी शुरुआत बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा विवादित बयान देकर किया कि संत गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित ‘रामचरितमानस’ समाज में ‘नफरत’ फैलाती है।
श्री तोमर ने बयानवीरों को ललकारते हुए कहा कि हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाले व रामचरितमानस के खिलाफ टिप्पणी करने वाले नेता क्या अन्य धर्म की पवित्र पुस्तकों के खिलाफ भी टिप्पणी करने की हिम्मत दिखा सकते हैं। 
श्री तोमर ने कहा कि यदि कोई राम और कृष्ण के अस्तित्व पर प्रश्न करेगा, उसका अपना अस्तित्व स्वतः समाप्त हो जायेगा। हिंदू समुदाय और उसकी आस्था के मुद्दों पर कोई नकारात्मक टिप्पणी स्वीकार नहीं की जाएगी। सरकार ऐसे नेताओं के खिलाफ गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तत्काल उनको जेल भेजने का काम करे।