रायबरेली- मध्य प्रदेश के पांच नियम परिषदीय विद्यालय में किया जा सकता है लागू

रायबरेली- मध्य प्रदेश के पांच नियम परिषदीय विद्यालय में किया जा सकता है लागू

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रिपोर्ट- सागर तिवारी 
मो-8742935637





ऊंचाहार- रायबरेली-परिषदीय विद्यालयो में सुधार लाने के लिए अवलोकन करने गई प्रदेश स्तरीय टीम मध्य प्रदेश से लौटने के बाद पांच बिन्दुओं पर अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंपी है।जिसको लेकर परिषदीय विद्यालयो को बेहतर बनाने के लिए उन नियमो को लागू करने की संस्तुति अनुरोध रिपोर्ट उच्चाधिकारियो को बकायदा दिया गया है।
बताते चले कि जिले के रोहनिया खण्ड शिक्षा अधिकारी डा सत्यप्रकाश यादव मध्य प्रदेश राज्य के तीन दिवसीय भ्रमण पर गए थे। जहां के परिषदीय विद्यालयों का अवलोकन हेतु किया गया।जिस दौरान वहां पर पांच बिन्दुओं को अपने रिकार्ड में अंकित किया है।जिसको लेकर खण्ड शिक्षा अधिकारी रोहनिया ने बताया कि सीएम राइज स्कूल तर्ज पर अपने यहां पहल हो चुकी है अभिनव विद्यालय या अन्य नाम से जिसे मूर्तरूप देने से पहले वहां की व्यवस्था का अध्ययन कर अपने को और बेहतर बनाया जा सकेगा दूसरा निशुल्क पाठ्य पुस्तक;शिक्षक सन्दर्शिका एवं कार्य पुस्तिका का समय से प्रकाश एवं विवरण सुनिश्चित कराना जो मुध्यप्रदेश में पाठ्यपुस्तक प्रकाशन सम्बन्धी कोई स्वतन्त्र विभाग एवं सुव्यवस्थित कार्यालय है जिसके कारण समय बद्ध प्रकाश एवं वितरण हो रहा है।तीसरा मातृभाषा को छोड़कर समस्त पुस्तकें एनसीईआरटी से प्रकाशित लागू है चौथा एकल अध्यापकीय विद्यालय एवं दो अध्यापकीय विद्यालयों हेतु मल्टीग्रेड शिक्षक सन्दर्शिका का प्रकाशन आयोगी हो सकता है पांचवा एमडीएम योजना से शिक्षकों को मुक््त रखने वाली व्यवस्था विद्यालय में काफी उपयोगी हो सकती है जैसा कि पूर्व में निशुल्क ड्रेस वितरण में प्रयोग किया गया था जो कि आंशिक रूप से फेल हो गई थी।परन्तु एमडीएम योजना स्वयं सहायता समूह द्वारा सफलतापूर्वक लागू हो सकती है।रोहनिया खण्ड शिक्षा अधिकारी डा सत्यप्रकाश यादव ने बताया कि पांच बिन्दुओं पर विभाग के उच्चाधिकारियो माध्यम से शासन को रिपोर्ट भेज दिया गया है।