सियासत में अटकी 'ड्रीमगर्ल' की पाठशाला, जानिए संस्कृति के प्रसार में कैसे लगा रोड़ा

सियासत में अटकी 'ड्रीमगर्ल' की पाठशाला, जानिए संस्कृति के प्रसार में कैसे लगा रोड़ा

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सांसद और कुशल नृत्यांगना हेमा मालिनी के सपनों की पाठशाला मुंबई में अब तक नहीं बन पाई है। दरअसल, भारतीय शास्त्रीय नृत्यों का प्रचार प्रसार करने के लिए हेमा मालिनी ने जिस डांस एकेडमी का सपना देश भर के योग्य छात्रों के लिए देखा था, उसके लिए भूमि तो आवंटित हो गई लेकिन मौजूदा सरकार में भी अब तक इस भूमि पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।

बताते हैं कि हेमा मालिनी ने अपनी डांस एकेडमी के लिए महाराष्ट्र सरकार को साल 1996 में अर्जी दी थी। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भूखंडों के विवेकाधीन आवंटन पर प्रतिबंध लगा दिया था। साल 2015 में बीजेपी सरकार ने ये प्रतिबंध हटा दिया था लेकिन अभी तक डांस एकेडमी के लिए आवंटित जगह पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।

मुंबई के उपनगर अंधेरी पश्चिम में वर्सोवा लिंक रोड पर अभिनेत्री हेमा मालिनी की डांस एकेडमी के लिए 2,000 स्क्वायर मीटर का प्लॉट दिया गया। हेमा मालिनी ने प्लॉट के लिए 1996 में अर्जी दी थी और उन्हें वर्सोवा में जमीन भी मिली गई लेकिन यह तटीय नियमन क्षेत्र (सीआरजे) के दायरे की अधिसूचना के अंतर्गत आ गया। ऐसे में 10 लाख रुपये एडवांस देने के बावजूद हेमा मालिनी को यह जमीन छोड़नी पड़ी थी। फिर उन्होंने 2007 में दोबारा प्लॉट के लिए अर्जी दी और यह जमीन उन्हें साल 2015 में मिली।

लेकिन आठ साल के बाद अभी तक डांस एकेडमी के लिए आवंटित जगह पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। डांस एकेडमी शुरू करने के लिए हेमा कभी बहुत उत्साहित रहा करती थीं, लेकिन सियासी आरोपों के चलते उनका उत्साह भी अब इस तरह कम हो चला है। पहली बार हेमा मालिनी को मामूली कीमतों पर डांस एकेडमी के लिए भूमि आवंटित की गई थी जिसे लेकर सियासी विवाद हो गया था।

हेमा मालिनी ने डांस एकेडमी के लिए सबसे पहले 1994 में जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा था और उन्हें 1996 में भूमि का आवंटन हुआ और मंजूरी पत्र मिला। साल 2002 में उन्होंने आवंटित जमीन के लिए 10 लाख रुपये चुकाए। विवादों के बीच हेमा मालिनी ने कहा था कि मुंबई में डांस एकेडमी बनाने का मेरा अधिकार है क्योंकि मैं यहां रहती हूं।