रायबरेली- टोल परर सुविधाएं अधूरी, टैक्स वसूली पूरी जय हो योगी सरकार,,,,?

रायबरेली- टोल परर सुविधाएं अधूरी, टैक्स वसूली पूरी जय हो योगी सरकार,,,,?
रायबरेली- टोल परर सुविधाएं अधूरी, टैक्स वसूली पूरी जय हो योगी सरकार,,,,?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 


ऊंचाहार-रायबरेली-सरकारी कार्यों में लापरवाही देखनी हो तो यह ने 30 पर बाबूगंज स्थित चंड़रयी टोल प्लाजा आइए। टोल प्लाजा से प्रतिदिन गुजरने वाले पांच हजार से अधिक छोटे बड़े वाहनों से टैक्स तो पूरा वसूला जाता है। पर सुविधाएं न के बराबर है। सड़क किनारे गड्ढे व दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे बेसहारा मवेशी दुर्घटनाओं का कारण बने हुए हैं। टोल प्लाजा पर क्रेन, रात्रि गस्त, यात्रियों के लिए शौचालय, दुर्घटनाएं होने पर आग लगने पर एंबुलेंस व अग्निशमन की भी व्यवस्था नहीं है।


       अक्टूबर वर्ष 2021 में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर बाबूगंज स्थित चंडरयी चौराहे के पास टोल प्लाजा का शुभारंभ हुआ था। वाहन चालको से टोल वसूली के साथ ही सुविधा के दावे किए गए। पर यह दावे आज तक हकीकत में नहीं बदल सके। समय के साथ टोल टैक्स की दर भी बढ़ा मगर वाहन चालकों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिल सकी है। बाबूगंज निवासी अजय कुमार गुप्ता, आलोक गुप्ता, शिव बाबू सोनी, प्रमोद सिंह फौजी, अरविंद सिंह, हरिनारायण सिंह, चंड़रयी के शिव नायक पांडेय, इटौरा बुजुर्ग के उमाकांत पाठक, उमाकांत पाठक, कोटिया चित्रा के नरेंद्र यादव, लल्लू यादव, जमुनापुर प्रधान जितेंद्र सिंह आदि का कहना है कि इस टोल प्लाजा पर टैक्स की वसूली तो भरपूर की जाती है लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। गड्ढा सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं तो वहीं शौचालय की सुविधा ना होने से वाहन चालकों, यात्रियों को खुले में जाना पड़ता है। सार्वजनिक टेलीफोन बूथ तक की व्यवस्था नहीं है। नवाबगंज से लेकर प्रतापगढ़ जनपद की सीमा तक दर्जनों से अधिक स्थानों पर बेसहारा मवेशियों का झुंड दिन रात हाईवे पर बसेरा बनाए हुए हैं। जिनसे टकराकर आए दिन राहगीर अपनी जानें गंवा रहे हैं। दुर्घटनाएं होने या फिर वाहनों में आग लग जाने पर अग्निशमन व मेडिकल की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। वाहन खराब होने या ईंधन समाप्त हो जाने पर रिकवरी वाहन की भी व्यवस्था नहीं है। पांच किलोमीटर की परिधि वाले बाशिंदों के लिए टोल पर टैक्स फ्री है, फिर भी टैक्सी कर्मियों द्वारा अभद्रता करते हुए उनसे जबरन वसूली की जाती है। समस्याओं को लेकर राहगीरों व स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त है। टोल प्लाजा के कोरल इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रबंधक शिव शिखर से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका मोबाइल बंद रहा। एसडीएम सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि शिकायत मिलने पर संबंधित कंपनी के खिलाफ पत्राचार कर कार्यवाही की जाएगी।