हिमाचल के दुर्गम स्थानों तक बाइक से तिरंगा फहरा आजाद ने रचा इतिहास*

हिमाचल के दुर्गम स्थानों तक बाइक से तिरंगा फहरा आजाद ने रचा इतिहास*
हिमाचल के दुर्गम स्थानों तक बाइक से तिरंगा फहरा आजाद ने रचा इतिहास*

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

यात्रा के दौरान दुनिया के सबसे ऊंचे पोस्ट ऑफिस, देश के आखिरी गांव, सर्वाधिक ऊंचाई वाले रोप-वे पुल एवं गांव तक पहुंचे आजाद के युवा सदस्य 

- जनपद रायबरेली के अनुज पाण्डेय भी रहे टीम का हिस्सा

- गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तथा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान देने के लिए किया गया है पेश

रायबरेली -आजाद- अ रे ऑफ होप संस्था के युवा सदस्यों ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के तहत लगातार दूसरे साल तिरंगा बाइक रैली से नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 2021 में लेह-लद्दाख में 40 से ज्यादा सदस्यों ने पांच दिन में 1400 किमी की तिरंगा यात्रा निकाली थी। इस बार भी 20 बाइक पर सवार 40 सदस्यों ने हिमाचल के दूरगामी इलाकों तक तिरंगा बाइक रैली से कुल 1200 किमी की दूरी तय कर नया कीर्तिमान बनाया है। हिमाचल में निकाली गई इस तिरंगा बाइक रैली के दौरान आजाद के सदस्य सिक्किम में मौजूद दुनिया के सबसे ऊंचे पोस्ट ऑफिस, देश में सबसे ऊंचाई पर स्थित कोमिक गांव, चेचम

 में दुनिया के सबसे ऊंचे रोप-वे पुल, देश के सीमावर्ती आखिरी गांव चिटकुल, दुनिया में सर्वाधिक ऊंचाई पर 10 किमी सबसे लम्बे सुरंग अटल टनल सहित हिमाचल के सुदूरवर्ती चंद्रताल तक पहुंच कर तिरंगा फहराया। 
गदागंज क्षेत्र के टिकरिया गाँव निवासी तिरंगा बाइक रैली के नेतृत्वकर्ता अनुज पाण्डेय, यूपी प्रमुख अखिल आनंद ने बताया कि तिरंगा यात्रा की शुरूआत 2 सितंबर को दिल्ली से हुई। जिसमें मनाली से बाइक पर सवार होकर इन सभी जगहों तक हम पहुंचे। 
तिरंगा यात्रा में टीम के सदस्यों ने कुल्लू, जिब्भी, कल्पा, मस्तरंग, 11480 फीट पर स्थित देश के आखिरी गांव चिटकुल, किन्नौर, चंद्रताल आदि जगहों तक पहुंचे।  आक्सीजन की कमी से अधिकांश सदस्यों की तबीयत भी खराब हुई पर प्राकृतिक सौंदर्य ने सभी में नई ऊर्जा का संचार किया। इस यात्रा में महाराष्ट्र टीम का नेतृत्व सचिन पवार ने, असम टीम का समीरन बोरा ने, हरियाणा के धीरज पोपली ने, उत्तर प्रदेश टीम का नेतृत्व आशुतोष एवं अनुज ने किया। बता दें कि गत वर्ष की आजाद की लेह-लद्दाख तिरंगा यात्रा को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान मिल चुका है। इस बार की यात्रा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तथा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान देने के लिए पेश किया जा रहा है।