Raibareli- पति की लंबी आयु की कामना के साथ महिलाओं ने रखा तीज का निर्जला व्रत।

Raibareli- पति की लंबी आयु की कामना के साथ महिलाओं ने रखा तीज का निर्जला व्रत।

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 
मो-8742935637

ऊंचाहार-रायबरेली पति के स्वास्थ्य व लंबी आयु के लिए क्षेत्र की लाखों महिलाओ ने हरतालिका तीज का निराजल उपवास रखा हुआ है। यह व्रत महिलाओं के लिए विशेष महत्वपूर्ण है। आज के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर शिव पार्वती और गणेश जी की पूजा अर्चना करती हैं।

मान्यता है कि इस दिन देवी माता ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए निर्जला उपवास व्रत रखा था। गोकना गंगा घाट के तीर्थ पुरोहित व वरिष्ठ पुजारी पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि इस व्रत के पूजन का मंगलवार की शाम 6:33 बजे से रात्रि 8:51 बजे तक का विशेष मुहूर्त है। हरतालिका तीज व्रत के प्रभाव से महिलाओं को पति की दीर्घायु, परिवार में सुख शांति, और इस व्रत को रखने वाली कन्याओं को सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में 16 प्रकार के इच्छा पूर्ति के लिए फूल व पत्तियां महादेव समेत मां पार्वती को जरूर चढ़ानी चाहिए। इससे गौरीशंकर जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। इसमें बेलपत्र, तुलसी पत्र, चंपा पत्र, कनेर पत्र, भृंगराज पत्र, आम के पत्ते, केले का पत्ता, धतूरे का फल फूल व पत्ता, शमी के पत्ते, बांस के पत्ते, देवदार के पत्ते, पारिजात के पत्ते, सेवंतिका के पत्ते, अगस्ता के पत्ते भोलेनाथ और माता पार्वती को विशेष तौर पर चढ़ाने चाहिए।

महिलाओं की पूजन विधि

हरतालिका तीज व्रत निर्जला व्रत रखकर साफ हुआ सच या फिर नए वस्त्र पहन कर सर्व समभाव देव, मां पार्वती तथा गणेश जी की प्रतिमा मिट्टी या बालू की बनान कर उसको लकड़ी के पाटा पर केले के पत्ते बिछा कर रखना चाहिए। उसके बाद कलश की स्थापना करनी चाहिए। फिर नारियल, अबीर, गुलाल, हल्दी, सिंदूर, अक्षत, पुष्प, पुष्पमाला, चंदन, रोली, कलावा, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, पंचमेवा, ऋतु फल, भोग हेतु मिठाई, धूप, दीप, दूर्वा, पान, सुपारी, जनेऊ, गंगाजल, पंचमेवा तथा माता पार्वती की श्रृंगार सामग्री बाबा भोलेनाथ वह गणेश भगवान के लिए वस्त्र लेकर विधि विधान से पूजा करना चाहिए। जिसका विशेष फल प्राप्त होता है।