ब्लॉक प्रमुख पीयूष प्रताप सिंह ने सांसद सोनिया गांधी के पत्र पर किया कटाक्ष,लापता सांसद

ब्लॉक प्रमुख पीयूष प्रताप सिंह ने सांसद सोनिया गांधी के पत्र पर किया कटाक्ष,लापता सांसद
ब्लॉक प्रमुख पीयूष प्रताप सिंह ने सांसद सोनिया गांधी के पत्र पर किया कटाक्ष,लापता सांसद

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

रायबरेली की राजनीति को देखा जाए तो यहाँ की राजनीति पूरे उत्तरप्रदेश रायबरेली की राजनीति बहुत मायने रखती है वही सोनिया गांधी का एक पत्र वायरल हुआ उसके बाद सियासी राजनीति काफी गर्म दिखाई दे रही है मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के पुत्र जो कि हरचंदपुर ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख पीयूष प्रताप सिंह ने भी सोनिया गांधी के पत्र पर किया कटाक्ष वह पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है पढ़िए पत्र में क्या क्या लिखा है

आदरणीय श्रीमती सोनिया गांधी जी, लापता सांसद, रायबरेली

आपके द्वारा रायबरेली वासियों के नाम पत्र जारी किया गया, जिसमें आपने जिक्र किया की रायबरेली हमेशा से ही आपके परिवार के लिए समर्पित रही है। लेकिन बहुत ही दुख के साथ आपको एक बार फिर से याव विलाना चाहता हूं की पिछले 10 सालों से आपने रायबरेली को लावारिश छोड़ दिया है। आपको उस समय रायबरेली वासियों की जरा सी भी खबर लेने की चिंता नहीं हुई की जब भीषण कोरोना काल में जिल्ला प्राहि-त्राहि कर रहा था।


तब भी रायबरेली वासियों के द्वारा किए नए एहसान को आप बहुत ही आसानी से भूल गई। रायबरेली वासी प्रतिदिन समस्याओं से जूझते रहते हैं, लेकिन उन्हें आज तक आपके द्वारा किसी भी कार्यालय का पता नही दिया गया। जहां वो अपनी समस्याओं को बता सकें एवं उनकी समस्याओं का समाधान हो सके, लेकिन फिर भी आप उनकी सांसद बनी हुई हैं। महोदया आपको ससम्मान एक बार फिर बताना चाहता हूं की सांसवी कार्यालय/ घर में बैठ कर नहीं होती है। उसके लिए क्षेत्र में आना पड़ता है लोगों के बीच में उनके सुख-दुःख को समझना पड़ता है। रायबरेली को आप अपना परिवार बताती है लेकिन मैं आप से पूछना चाहता हूं की इस रायबरेली परिवार की याद आपको सिर्फ चुनाव के समय ही आती है या इसके अलावा कभी भी इस रायबरेली परिवार की सुध लेना आपने सही समझा।

मेरे देश, मेरी मिट्टी, मेरे परिवार और मेरे गुरुजनों के द्वारा जो संस्कार और शिक्षा मुझे वी नई, उसके आधार पर मैं यह कह सकता हूं की इसमें आपकी कोई भी गलती नही है। क्योंकि आप जहां से भी हैं वहां शायद ऐसा ही होता है की जिन्हें आप अपना परिवार कहती है उसे सिर्फ परिवार कहती हैं मानती नही हैं। क्योंकि मिट्टी का रिश्ता तो मिट्टी का ही रहता है। जो भी इस मिट्टी में पैदा हुआ है यहां के लोगों के बीच में पला-बढ़ा है वो ही यहां के लोगों को समझ सकता है और उनकी समस्याओं का समाधान कर सकता है।

आप कभी भी रायबरेली वासियों को नही समझ सकती क्योंकि आपको इस मिट्टी का मूल्य नहीं पता है। शायद इसलिए महामहिम पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी ने आपके प्रधानमंत्री बनने के प्रस्ताव पर आपको प्रधानमंत्री पद की शपथ नही दिलाई थी। क्योंकि कभी कोई भी विदेशी मूल का व्यक्ति इस देश को, इस देश के नागरिकों को और इस जनपद के लोगों को नही समझ सकता है। 10 जनपद के बंगले में बैठकर सारे ऐशो आराम के साथ सिर्फ कागज पर रायबरेली वासियों को अपना परिवार कहा जा सकता है, लेकिन परिवार के कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए परिवार के बीच में रहना पड़ता है उनके सुख-दुःख का समाधान करना पड़ता है

तब जाकर कोई परिवार बनता है।


आपके द्वारा रायबरेली वासियों से जल्द मिलने के वादे को रायबरेली वासी कितना सही समझें यह तो समय ही बताएगा। अगर ऐसा होता भी है, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं है क्योंकि आपने रायबरेली से सिर्फ लिया है तो वोट लेने के समय आप अपना मतलब निकालने और रायबरेली वासियों को धोखा देने आप आ भी जाए तो कोई फायदा आपको नही होने वाला है। क्योंकि रायबरेली वासी आपके द्वारा इस स्वरचित पाखंड को अच्छी तरह से समझ चुके हैं इसलिए अबकी बार रायबरेली भी बदलाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।
जैसे जैसे चुनाव नजदीक आता जा  रहा है वैसे पार्टियां जनता को लुभाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रही है सांसद के पत्र पर ब्लॉक प्रमुख पीयूष प्रताप सिंह ने कटाछ किया ।।