हिमाचल में सियासी उठापटक तेज! विक्रमादित्य बोले- नहीं डालेंगे इस्तीफा मंजूर करने का दबाव

हिमाचल में सियासी उठापटक तेज! विक्रमादित्य बोले- नहीं डालेंगे इस्तीफा मंजूर करने का दबाव

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हिमाचल प्रदेश की सियासत में इस वक़्त खूब उथल पुथल का माहौल नजर आ रहा है। यहाँ राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जीत के बाद शुरू हुआ सियासी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच कांग्रेस विधायकों के साथ ऑब्जर्वर की जारी मीटिंग भी अब समाप्त हो चुकी है। इस बीच बुधवार को प्रदेश में विक्रमादित्य सिंह का इस्तीफा चर्चा का केंद्र बन चुका है। खबर आ रही थी कि विक्रमादित्य सिंह को कांग्रेस ने मना लिया है और उन्होंने इस्तीफा भी वापस ले लिया है। मगर मीटिंग समाप्त होने के बाद विक्रमादित्य सिंह ने इस मामले पर मीडिया से बातचीत में कहा कि, जब तक निर्णय नहीं लिया जाता तब तक मैं अपने इस्तीफे पर दबाव नहीं डालूंगा।..वे सभी विधायक से बात कर रहे हैं उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।

बुधवार को मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “हमने पर्यवेक्षक से वार्तालाप किया है और वर्तमान में जो परिस्थितियां बनी हुई है उसके बारे में पर्यवेक्षक को जानकारियां दी हैं इसलिए जब तक निर्णय नहीं लिया जाता तब तक मैं अपने इस्तीफे पर दबाव नहीं डालूंगा। वे सभी विधायक से बात कर रहे हैं उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।

कुल मिलाकर उनके इस बयान से एक बात तो साफ़ हो गई है उन्होंने अभी तक अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया है। हालांकि, उनके बयान के अनुसार वो सुक्खू सरकार पर इसका दबाव नहीं डालेंगे। हिमाचल सरकार को कोई खतरा नहीं है। ज्ञात हो कि प्रदेश में मचे बवाल के बीच राज्य सरकार में मंत्री रहे विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

सुक्खू पर लगाए थे कई आरोप

मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने CM सुक्खू पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और अपने पिता वीरभद्र सिंह की मूर्ति के लिए जमीन तक मुहैया न कराने का आरोप लगाया था।

CM सुक्खू ने अब तक नहीं किया इस्‍तीफा स्‍वीकार

इस बीच इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री सुक्‍खू का भी बयान सामने आया है जिसमे उन्होंने दावा किया है कि, “कांग्रेस के सारे विधायक एकजुट हैं और भाजपा की साजिश फेल होती जा रही है। अपने बयान में उन्‍होंने कहा कि, “हमारे MLA को ऑफर्स दिए गए होंगे, लेकिन उन्होंने हमारा साथ नहीं छोड़ा वो अभी भी कांग्रेस के साथ हैं। मै अपने पार्टी के ऐसे सभी विधायकों का आभार प्रकट करता हूं। इस बीच उन्होंने कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे पर जवाब देते हुए कहा कि, “उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है।”