ब्रेकअप के बाद खुशनुमा यादों में जीने से खराब हो सकती है मेंटल हेल्थ
ब्रेकअप कितना भी मुश्किल क्यों न रहा हो लेकिन हर किसी को कभी न कभी एक्स पार्टनर के साथ बिताए अच्छे दिन याद आते ही हैं। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि दोनों को खुशनुमा दिन याद आते हों बल्कि जिसने रिलेशनशिप को खत्म किया है या फिर धोखा दिया है, उसके लिए शायद खुशनुमा यादें भी मर जाती हैं। ऐसे में दूसरे पार्टनर की यादें भी प्यार की तरह ही एक तरफा बनकर रह जाती हैं। यकीन मानें, आपका वक्त चाहें कितना भी अच्छा क्यों न गुजरा हो लेकिन उन बातों को सोचते रहना का कोई मतलब नहीं है। इससे आपकी तकलीफ बढ़ने ही वाली है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप उन यादों को अपने मन से निकाल लें। ऐसा करना आपकी मेंटल हेल्थ और आने वाली लाइफ के लिए भी बहुत जरूरी है। ऐसे में कुछ चीजें हैं जो आपके लिए हेल्पफुल हो सकती हैं।
स्वीकार करें
सबसे पहले तो यह स्वीकार करना जरूरी है कि वे दिन गुजर चुके हैं। यह एक यात्रा था जिससे आप गुजर चुके हैं। अब अगर आपका मेंटली हमेशा उन्हीं दिनों में जीते रहेंगे, तो इससे सिर्फ आपका नुकसान होगा। यह बात बहुत ही कड़वी लग सकती है लेकिन इसे स्वीकार करना जरूरी है कि वे दिन गुजर चुके हैं और रिश्ता खत्म हो चुका है। खुद को झूठे दिलासे देना बंद करें।
धोखेबाज पर कैसा भरोसा?
आपका एक्स अगर आपको धोखा देकर किसी और के साथ रिश्ते में है, तो याद रखें कि ऐसे इंसान के बारे में सोचना या दुखी होना समझदारी नहीं है क्योंकि जिसने आपको धोखा दिया, यानी उसके मन आप दोनों के रिलेशनशिप के लिए कोई रिस्पेक्ट नहीं थी। तभी उसने रिश्ते में रहते हुए आपको धोखा दिया। ऐसे में कभी भी उस इंसान पर दुबारा भरोसा न करें।
पुरानी चीजों से छुटकारा पाएं
रिलेशनशिप अगर एक कड़वे मोड़ पर खत्म हुआ है, तो चीजों को संजोकर रखने से सिर्फ आपके दुख में इजाफा ही होगा इसलिए उन चीजों से छुटकारा पाने में ही भलाई हैं। जो भी गिफ्ट्स या चीजें हैं, उन्हें अपने पास से दूर हटा दें। इससे आपको आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
धोखे या कड़वी यादें भी सोचें
यह बात आपको अटपटी लग सकती है लेकिन अगर आप बार-बार फ्लैशबैक में चले जाते हैं, तो आपको बुरे दिन भी याद करने चाहिए जिससे कि आपको रिलेशनशिप की सच्चाई का अंदाजा हो जाए। आप यह भी सोचकर देखें कि आपने उस इंसान पर किस कदर भरोसा और प्यार किया था और बदले में उसने आपके साथ कैसा बिहेव किया।
अच्छी किताबें पढ़ें
ओटीटी का यह दौर कभी भी किताबों को रिप्लेस नहीं कर सकता इसलिए हमेशा अच्छी किताबों का साथ बनाए रखें। अच्छी किताबें पढ़ने से आपको बुरी यादोंं से निकलने में मदद मिलेगी। साथ ही आपको काफी नई चीजें जानने का मौका भी मिलेगा।