रायबरेली-तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025 का हुआ समापन

रायबरेली-तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025 का हुआ समापन

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रिपोर्ट-सागर तिवारी

लखनऊ: अवध शिल्प ग्राम, लखनऊ में तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025 का समापन रविवार को पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  दिनेश प्रताप सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विजेताओं को सम्मानित किया।
इस समापन समारोह में वन एवं पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. अरुण कुमार सक्सेना, आबकारी एवं मद्य निषेध राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  नितिन अग्रवाल, विधान परिषद सदस्य  जितेन्द्र सिंघल, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती अपर्णा यादव, जिला पंचायत, रायबरेली की अध्यक्ष श्रीमती रंजना चौधरी, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री बी.एल. मीणा, निदेशक  भानु प्रकाश राम संयुक्त निदेशक  सर्वेश कुमार व  राजीव वर्मा सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी और विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
मंत्री  दिनेश प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में प्रदेश के बागवानों से आह्वान किया कि नई तकनीकों को अपनाकर आम उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ाएँ। उन्होंने फ्रूट बैगिंग, जैविक खेती, और निर्यात केंद्रित उत्पादन पर बल देते हुए बताया कि सरकार जेवर एयरपोर्ट के पास इंटीग्रेटेड टेस्टिंग एंड ट्रीटमेंट फैसिलिटी स्थापित कर रही है। साथ ही आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र की दक्षिण एशियाई शाखा की स्थापना और हाईटेक नर्सरी, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जैसी संरचनात्मक योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसानों का सम्मान एवं स्वाभिमान हमारी सरकार की प्राथमिकता है। इस महोत्सव में आम उत्पादकों की मेहनत से 15 ग्राम से 05 किलोंग्राम तक के आम प्रदेश के लोगों को देखने को मिले। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-25 मिठास एवं प्रगति का संगम बना है। 

मंत्री  नितिन अग्रवाल ने कहा कि फलों से वाइन उत्पादन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा नीति बनाई गई है। मलिहाबाद-माल क्षेत्र में आम वाइन प्लांट स्थापित हो चुका है और मेरठ, मुजफ्फरनगर, बरेली में भी जल्द ऐसे संयंत्र शुरू होंगे।

मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि आम बागवानों के लिए आम महोत्सव उनके उत्पादों को प्रदर्शित करने का एक बड़ा मंच प्रदान करता है। यहां पर अनेक प्रकार के आम लोगों को देखने और चखने को मिले। उन्होंने लोगों से पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण करने की अपील की।

महोत्सव के अंतिम दिन खाद्य प्रसंस्करण के महत्व एवं रोजगार सृजन में योगदान विषय पर तकनीकी सत्र आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता संयुक्त निदेशक डा० सर्वेश कुमार ने की। सत्र में आर फ्रैंक के निदेशक  सुजीत कुमार राजभर, डा० एम.पी. सिंह (उपनिदेशक),  अनिल कुमार विमल, डा० एम.सी. तोमर (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डा० टी. दामोदरन, डा० भानु प्रताप, डा० आशीष जाटव (नीति आयोग), श्रीमती दीपमाला वर्मा, डा० रिनी सिंह, श्री निमित सिंह (मधुमक्खी पालक) और सुश्री सईदा (पीएमएफएमई) जैसे विशेषज्ञों ने खाद्य प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन, ड्राईंग, मार्केटिंग, फूड सेफ्टी, स्वरोजगार, और उद्यमिता जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।

समापन समारोह में आम की विभिन्न की विभिन्न प्रजातियों की 07 श्रेणियों के 46 वर्गों की प्रतियोगिता में 45 विजेताओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हेतु कुल 122 पुरस्कार तथा संरक्षित आम उत्पादों की 11 वर्गों के 22 विजेताओं द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 29 पुरस्कार और आम के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श के विजेता श्री मोहम्मद अब्दुल सलीम, (प्रो० मे० जैद नर्सरी, मलिहाबाद) को अम्बिका प्रजाति के प्रदर्श प्रदर्शन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श पुरस्कार प्रदान किया गया।

सर्वाधिक पुरस्कार पाने वालों में  अब्दुल सलीम को 21, श्री इकबाल अहमद को 15 और  एस.सी. शुक्ला को 11 पुरस्कार प्राप्त हुए। 121 प्रजातियों के प्रदर्श प्रदर्शन हेतु एस.सी. शुक्ला को प्रथम, 72 प्रजातियों के लिए पद्मश्री हाजी कलीमुल्ला खान को द्वितीय, और 63 प्रजातियों के लिए अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति को तृतीय पुरस्कार मिला।
05 से 12 वर्ष की आयु वर्ग की आम खाने की प्रतियोगिता में अरिक्ता सिंह प्रथम, कु० अनिका मिश्रा द्वितीय और अभिश्रेष्ठ तृतीय स्थान पर रहे।

तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान 58 वर्गों में 7 श्रेणियों की प्रतियोगिताओं में आम की लगभग 800 प्रजातियों के 2,853 प्रदर्श नमूने प्रदर्शित किए गए, जिनमें प्रसंस्कृत पदार्थ वर्ग में 108 प्रतिभागियों ने 351 नमूने प्रस्तुत किए। इस महोत्सव में 1,449 प्रतिभागियों की भागीदारी रही। विभिन्न संस्थानों जैसे केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय, आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय, सहारनपुर, बस्ती, झांसी और लखनऊ के औद्यानिक केन्द्रों सहित उत्तराखंड, सिक्किम, मध्य प्रदेश के प्रतिभागियों ने भी भाग लिया।
महोत्सव में आम आइसक्रीम, आम जलेबी, आम पना, आम हलवा, आम रसगुल्ला आदि जैसे प्रसंस्कृत उत्पादों के स्टॉल भी आकर्षण का केंद्र रहे। तीन दिवसीय महोत्सव ने भारी संख्या में आये हुए नागरिको, स्कूली बच्चों को आम एवं आम के उत्पादों का ज्ञानवर्धन किया। 
महोत्सव का आयोजन उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, मंडी परिषद, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, लखनऊ विकास प्राधिकरण, एनएचआरडीएफ, केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमानखेड़ा और जिला प्रशासन के समन्वित प्रयास से किया गया। इसमें आम उत्पादक किसान, स्वयं सहायता समूह, पैक हाउस, प्रोसेसर, निर्यातक, नर्सरी मालिक, वित्तीय एवं तकनीकी सेवा प्रदाता, वैज्ञानिकों और उद्यमियों ने भाग लिया।
महोत्सव में दशहरी, लंगड़ा, चौसा, गौरजीत, लखनऊ सफेदा, रटौल, आम्रपाली, जैसी पारंपरिक किस्मों के साथ टॉमी एटकिन्स, सन्सेशन, अरुणिका, अम्बिका जैसी रंगीन किस्में भी आकर्षण का केंद्र रहीं। अंगूर दाना (15 ग्राम), हाथीझूल (5 किलो) जैसी प्रजाति लोगों को आकर्षित करतीं रहीं।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025 का शुभारम्भ 04 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर-कमलों से किया गया था। महोत्सव के दौरान उपमुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री  ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री  सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री  ए0के शर्मा, कृषि राज्यमंत्री  बलदेव सिंह औलख, अन्य वरिष्ठ मंत्रियों, लोकगायक  पवन सिंह, प्रसिद्ध कवि डा० कुमार विश्वास, तथा मुख्य सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त समेत कई विशिष्टजनों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक  भानु प्रकाश राम ने सभी सम्मानित अतिथियों, प्रतिभागियों, किसानों, उद्यमियों और आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।