रायबरेली में चहेतों की खातिर बदली शर्तें, भूसे के टेंडर निरस्त

रायबरेली में चहेतों की खातिर बदली शर्तें, भूसे के टेंडर निरस्त

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

रायबरेली-गोशालाओं में संरक्षित गोवंश को भूसे की व्यवस्था कराने में ही सात ब्लॉकों में खेल हो गया। चहेतों को काम देने के लिए ब्लॉकों में टेंडर प्रक्रिया की नियम-शर्तों को ही बदल दिया गया।

इसके लिए खंड विकास अधिकारियों के आईडी पासवर्ड का दुरुपयोग कर काम देने के लिए विशेष शर्तें जेम पर डाली दी गईं। मामला पकड़ में आने के बाद सीडीओ ने सात ब्लॉकों के टेंडरों को निरस्त कर मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। इस मामले में कई लोग कार्रवाई के घेरे में आ सकते हैं।

गोशाला में भूसे की व्यवस्था के लिए जिला स्तर पर तीन फर्मों को काम दिया गया है। सीडीओ ने ब्लॉक स्तर पर गोवंश के लिए भूसे की व्यवस्था के लिए सभी खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने ब्लॉकों में जेम के माध्यम से टेंडर प्रक्रिया पूरी कराने के आदेश दिए थे। टेंडर के लिए नियम और शर्तें भी तय कर दी गई थीं। बीते अगस्त माह में ब्लॉकों में भूसे के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कराई गई थी। आरोप है कि टेंडर प्रक्रिया में मानकों का पालन नहीं किया गया। चहेतों को काम देने के लिए नियम और शर्तों में मनमाना बदलाव कर दिया गया।

शिकायत मिलने पर सीडीओ ने मामले की जांच शुरू करा दी। टेंडर प्रक्रिया के अभिलेखों को चेक किया गया तो सात ब्लॉकों में टेंडर देने के लिए कई विशेष शर्तें बढ़ाई गई मिलीं। आरोप यह भी है कि खंड विकास अधिकारियों के आईडी और पासवर्ड का ब्लॉकों से बाहर प्रयोग करके चहेतों को टेंडर देने के लिए खेल किया गया।


शिकायत में मनमानी उजागर होने पर सीडीओ ने दीनशाह गौरा, रोहनियां, ऊंचाहार, सलोन, डीह, छतोह और जगतपुर में भूसे की टेंडर प्रक्रिया को निरस्त कर मामले की जांच शुरू कराई है। सीडीओ अर्पित उपाध्याय का कहना है कि सात ब्लॉकों में मानकों के विपरीत टेंडर कराए गए थे। टेंडरों को निरस्त कर दिया गया है। कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी।