रायबरेली-श्रम विभाग ने होटल,निजी अस्पतालों और स्कूलों पर कसा शिकंजा

रायबरेली-श्रम विभाग ने होटल,निजी अस्पतालों और स्कूलों पर कसा शिकंजा

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824


रायबरेली-बिना लेबर सेस जमा किए ही भवन बनवाने वालों पर श्रम विभाग ने शिकंजा कस दिया है। ऐसी 50 इमारतों के मालिकानों को नोटिस जारी की गई। इन पर लगभग 1.50 करोड़ का राजस्व बकाया है। नगर के प्रतिष्ठित होटल, निजी अस्पताल और स्कूल भी इसमें शामिल हैं।

बिना लेबर सेस जमा किए कोई निर्माण नहीं हो सकता। फिर चाहे, क्षेत्र नगरीय हो या ग्रामीणअंचल। भवन की कुल लागत का एक फीसद राजस्व श्रम विभाग के खाते में जमा करना पड़ता है। यहां इसका उल्लंघन हो रहा है। अस्पताल बनवाया तो किसी ने स्कूल व अन्य व्यावसायिक निर्माण, लेकिन श्रम विभाग के खाते में एक पैसा भी जमा नहीं किया। उनका प्रयोग भी शुरू कर दिया। सहायक श्रमायुक्त संतपाल के आदेश पर श्रम प्रवर्तन अधिकारी राकेश कुमार पाल, मनोज यादव और अंकित सिंह ने ऐसी इमारतों का सर्वे किया। अब
तक 53 ऐसी इमारतें चिन्हित की गईं, जिनका लेबर सेस जमा नहीं हुआ है। अब राजस्व की वसूली की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

इन भवनों के मालिकों को दी नोटिसः

 एसएस आटो मोटिव प्राइवेट लिमिटेड डिडौली, न्यू बटोही रेस्टोरेंट कचेहरी रोड, जेमनी टावर अमावां रोड रतापुर, होटल शांति ग्रांड अशोक विहार गल्लामंडी, होटल स्वागत रिसोर्ट डिडौली, श्री गणेश पैराडाइज एंड कम्यूनिटी सेंटर डिडौली, सत्कार रेस्टोरेंट एंड होटल डिडौली, होटल दा रायल काउंस फैमिली रेस्टोरेंट डिडौली, वंदना शापिंग माल सिविल लाइंस, महिला आटो एजेंसी डिडौली, आर्यावर्त आइ हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर जेल रोड, आस्था चाइल्ड केयर सेंटर मधुबन मार्केट, शुभम ब्रिक फील्ड रामसांडा ऊंचाहार, वेदांता पब्लिक स्कूल ऊंचाहार, त्रिपाठी हास्पिटल ऊंचाहार, नारायण हास्पिटल ऊंचाहार समेत 53 प्रतिष्ठानों के मालिकों को नोटिस दी गई है।