ऑनलाइन हाजिरी का पूर्णतया विरोध करेगा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ

ऑनलाइन हाजिरी का पूर्णतया विरोध करेगा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ
ऑनलाइन हाजिरी का पूर्णतया विरोध करेगा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

परिषदीय विद्यालयों में पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन के आदेश के खिलाफ आरएसएम ने भी खोला मोर्चा

20 नवंबर से शुरू होने जा रही ऑनलाइन हाजिरी का पूरी तरह से विरोध करेगा शिक्षक

रायबरेली-बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय विद्यालयों में पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन के आदेश के खिलाफ आरएसएम ने भी मोर्चा खोल दिया है। 10 नवंबर को शिक्षा महानिदेशक की तरफ से दिए गए आदेश के खिलाफ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने भी विरोध शुरू कर दिया है। 20 नवंबर से शुरू होने जा रही ऑनलाइन हाजिरी का विरोध करते हुए आरएसएम ने कहा कि जब तक सुविधाएं शिक्षकों को नहीं दी जाएगी, तब तक ऑनलाइन हाजिरी नहीं दी जाएगी। आज विकास भवन में इस आदेश का विरोध करते हुए आरएसएम ने स्कूल शिक्षा के महानिदेशक को बीएसए के माध्यम से पत्र भेजकर ऑनलाइन हाजिरी न करने एलान किया है। 


जिलाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह ने कहा कि महानिदेशक व्यावहारिक कठिनाइयों का समाधान करने के उपरांत ही उक्त व्यवस्था लागू को लागू करें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रदत्त टैबलेट्स के सुचारू संचालन हेतु विभागीय सिम कार्ड (सीयूजी नम्बर)एवं डाटा पैक की सुविधा उपलब्ध कराया जाए। पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन हेतु प्रत्येक शिक्षक को टैबलेट संचालन का प्रशिक्षण विभाग द्वारा दिया जाए। शिक्षक को उपस्थिति पंजिका में अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का समय ग्रीष्मकाल ( एक अप्रैल से 30 सितम्बर) में आगमन उपस्थिति 7:45 बजे से 8:15 बजे तक एवं प्रस्थान उपस्थिति 2:0 बजे से 2:30 बजे तक तथा शीतकाल (1अक्टूबर से 31मार्च) में आगमन उपस्थिति 8:45 बजे से 9:15 बजे तक एवं प्रस्थान उपस्थिति 3:00 बजे से 3:30 बजे के मध्य किया जाए। 

महामंत्री संजय कनौजिया ने कहा कि शिक्षकों को अन्य विभागों की भांति आकस्मिक अवकाश में हाफ डे लीव का विकल्प प्रदान किया जाए। विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न बैठकों यथा बी०ई०ओ० एच एम बैठक, बी०ई०ओ० संकुल शिक्षक बैठक, संकुल के शिक्षकों की बैठके तथा शिक्षक चौपालों आदि का आयोजन विभागीय यू ट्यूब शेषन की भांति विद्यालय अवधि (8 से 2 व 9 से 3 बजे के मध्य ) में ही आयोजित की जाएं। इसके अलावा विद्यालयों में इंचार्ज प्र० अ० की व्यवस्था को समाप्त कर प्र०अ० का पदस्थापन किया जाये,जिससे प्र०अ० शिक्षण कार्य से मुक्त होकर शासन की मंशा अनुसार प्रबन्धक के रूप में विद्यालय व्यवस्था का संचालन, डिजिटाइजेशन, बैठकों का आयोजन, अभिभावक सम्पर्क सहित सभी कार्य सम्पादित कर सके।

संगठन महामंत्री मधुकर सिंह ने कहा कि पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन सर्वर की उपलब्धता के अधीन है,एक ही समय मे अधिक लोड से  सर्वर क्रैश होने पर वैकल्पिक व्यवस्था का दिशा निर्देश जारी किया जाए। क्योंकि प्रातः काल  मानव संपदा पोर्टल अधिकांशतः सर्वर की समस्या से ग्रस्त होने पर अवकाश अप्लाई करने में समस्या आती है, जिसका दुष्परिणाम शिक्षकों को सहन करना पड़ता है। मौसम की प्रतिकूलता के दृष्टिगत जिलाधिकारी द्वारा लिए गए निर्णय से तात्कालिक अवकाश को समाहित करने का प्रावधान ऐप में किया जाए। आधार विहीन जिन छात्रों का प्रेरणा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं है, उनके रजिस्ट्रेशन एवं उपस्थिति लगाने का विकल्प उपलब्ध कराया जाए ।
 
कार्यकारी अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि जब तक समस्याओं का समाधान होने नहीं होगा, तब उक्त व्यवस्था का बहिष्कार किया जाएगा। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मांग करता है कि संगठन यह भी मांग करता है कि शिक्षकों के सेवा सम्बन्धी विभिन्न विषयों यथा स्थानान्तरण, पदोन्नतियां, वेतन विसंगतियां, देयकों का त्वरित भुगतान, प्रतिकर अवकाश सहित अन्य समस्त विषयों का शीघ्र निस्तारण किया जाये, तभी शिक्षक सकारात्मक भाव से आपके डिजिटाइजेशन योजना में मूर्तरूप से योगदान कर सकेंगे। 

इस मौके पर राजेश मौर्या कोषाध्यक्ष, वीरेन्द्र चौधरी वरिष्ठ उपाध्यक्ष, जयकरन, मोहित पटेल, हरिमोहन यादव, सूर्य प्रकाश श्रीवास्तव, पुष्पलता पाण्डेय, वेदप्रकाश यादव, अनूप सिंह, संजय सिंह व अखिलेश चौरसिया,अमावां अध्यक्ष वृजेन्द्र कुमार, रामेश्वर जी, सतांव अध्यक्ष अवनीश सिंह, आशीष त्रिवेदी, दिनेश सिंह, सुषमा सिंह, अनूप यादव,ऊंचाहार अध्यक्ष हरिशरण मौर्य, संजय दीक्षित, अनुराग मिश्र, हरिबंश सिंह, मानस अवस्थी, अनूप सिंह,जगतपुर अध्यश्र आशुतोष मौर्य, दिलीप पाल, दिलीप पटेल,राकेश गौतम , गीता श्रीवास्तव, श्वेता श्रीवास्तव, सन्दीप सोनकर, संजीव बाजपेई,हनी गुलाटी, शीरी महमूद, शालिनी सिंह, नेहा वर्मा,आयशा अफरोज, पूनम मिश्रा, शिवप्रसाद, सुनीता सिंह, माधुरी देवी, कुसुम मौर्या , साकेत पाण्डेप वन्दना चौधरी, शशांक, संजय सिंह , अमित श्रीवास्तव, संजीव कुमार मौर्य हरकेश पटेल, संतोष कुमार त्रिपाठी, सत्यम सिंह भदोरिया, सुनील कुमार,सर्वेश, शेख खुर्शीद जहाँ, लाखन सिंह आदि सैकड़ो शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।