रायबरेली-दरोगा अब न्यायालय से कहने लगे मेरे मनमाफिक दो आदेश,,,,

रायबरेली-दरोगा अब न्यायालय से कहने लगे मेरे मनमाफिक दो आदेश,,,,

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    रिपोर्ट-सागर तिवारी

- भूमि बंटवारे के विवाद में दरोगा बन गया एक पक्षीय 



ऊंचाहार-रायबरेली - यदि थोड़ा भी कहीं आर्थिक लाभ हो तो  पुलिस अब अपनी सीमाओं में रहना नहीं चाहती है । ऊंचाहार कोतवाली के एक दरोगा ने तो न्यायालय के स्पष्ट आदेश से इतर जाते हुए लिखित रूप में अपने मनचाहे आदेश की अपेक्षा की है । दरोगा के इस पत्र से उपखंड मजिस्ट्रेट भी खुद को असहज महसूस कर रहे हैं।
    न्यायालय को यह पत्र ऊंचाहार कोतवाली के उपनिरीक्षक आशीष ने लिखा है । पूरा मामला कोतवाली क्षेत्र के इटौरा बुजुर्ग गांव का है । जगतपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव रामगढ़ टिकरिया निवासी कुंवर भारत सिंह की भूमि ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के इटौरा बुजुर्ग गांव में स्थित है । इस भूमि का उनके कुछ रिश्तेदारों के मध्य बंटवारे का मुकदमा उपखंड मजिस्ट्रेट न्यायालय में चल रहा हैं । जमीन के दो हिस्सों में दोनो पक्ष काबिज है । इस प्रकरण में न्यायालय ने विवाद को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु ऊंचाहार पुलिस को निर्देशित किया था । इसमें न्यायालय ने मौके पर भूमि का प्रकार यथावत बनाए रखने हेतु स्थगन आदेश पारित किया है । अब इस विवाद में दरोगा खुद एक पक्षीय पैरवी लिखित रूप में कर रहा है । बताया जाता है कि कुंवर भारत के विपक्षी ने अपने खेत की फसल काट ली है । अब दरोगा न्यायालय को पत्र लिख रहा है कि कुंवर भारत सिंह की भूमि पर खड़ी फसल को काटकर किसी तीसरे पक्ष की सुपुर्दगी में दे दिया जाए । दरोगा के इस पत्र को न्यायालय के कार्यों में हस्तक्षेप माना जा रहा है । इस मामले में अधिवक्ता ने मजिस्ट्रेट से लिखित आपत्ति भी की है । उधर उपखंड मजिस्ट्रेट भी दरोगा की बेजा हरकत से अवाक है । फिलहाल न्यायालय ने दरोगा के पत्र को दरकिनार करके फसल काटने को उसी पक्ष को अनुमति दी है, जिसने फसल बोई थी ।