हिरासत में युवक की मौत पर बवाल: भीड़ ने पुलिस से धक्कामुक्की की, ACP के बिल्ले, नेम प्लेट नोचकर फेंकी

हिरासत में युवक की मौत पर बवाल: भीड़ ने पुलिस से धक्कामुक्की की, ACP के बिल्ले, नेम प्लेट नोचकर फेंकी

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लखनऊ के चिनहट थाने के लॉकअप में व्यवसायी मोहित पांडेय की मौत के बाद बवाल हो गया। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने गोमतीनगर में मंत्री आवास के सामने शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के चलते जाम लग गया। पुलिस ने समझाने की कोशिश की तो भीड़ उग्र हो गई और पुलिसकर्मियों से धक्का मुक्की करने लगी। इतना ही नहीं एसीपी के बिल्ले तक नोचकर फेंक दिए। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने कइयों को थप्पड़ों और घूंसे से जमकर पीटा। मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक योगेश शुक्ल ने मृत कारोबारी के परिजनों को फौरी तौर पर एक लाख रुपए दिए और हरसंभव मदद के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया।

कारोबारी के पोस्टमार्टम के बाद परिजनों मंत्री आवास के सामने शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन के दौरान भीषण जाम लग गया। पुलिस ने भीड़ और परिवारीजनों को समझाकर शांत कराने का प्रयास किया तो वह और उग्र हो गए। पुलिस से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस बीच कुछ लोगों ने एसीपी विभूतिखंड राधा रमण की नेम प्लेट और बिल्ले नोच दिए। प्रतिनिधि मंडल के साथ सपा नेता पूजा शुक्ला और कांग्रेस से कुछ लोग पहुंचे। नारेबाजी करते हुए हंगामा और बढ़ गया। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने लोगों को खदेड़ना शुरू किया इससे भगदड़ मच गई। सपा नेता पूजा शुक्ला को पुलिस ने हिरासत में लिया। खींचते हुए गाड़ी में डाला और थाने लेकर चली गई। मोहित के परिवारीजन मृतक आश्रित पत्नी सुषमा पांडेय को सरकारी नौकरी और परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग कर रहे थे।

बवाल बढ़ता देख भाजपा विधायक योगेश शुक्ल पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारीजन को हर संभव मदद और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद परिवारीजन शव लेकर घर चले गए। विधायक योगेश शुक्ल भी मोहित के घर गए। उनकी पत्नी को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी। इसके बाद घरवाले करीब पांच बजे शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए चले गए। देर शाम बैकुंठ धाम पर कड़ी सुरक्षा में शव का अंतिम संस्कार किया गया। इसके बाद विभूतिखंड पुलिस ने सपा नेता पूजा शुक्ला को भी छोड़ दिया।

मुकदमे की जांच इंस्पेक्टर विभूतिखंड को

लॉकअप में कारोबारी की मौत के मामले में चिनहट इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी, आरोपित आदेश सिंह और उसके चाचा के खिलाफ दर्ज हत्या के मुकदमे की जांच विभूतिखंड थाने के इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह को सौंपी गई है। उन्होंने चिनहट थाने के लॉकअप में नजरी नक्शा तैयार किया। सीसी फुटेज देखी। घटना से संबंधित साक्ष्य संकलन किए और कई पुलिस कर्मियों के बयान भी दर्ज किए।

क्या था मामला

देवा रोड जैनाबाद निवासी कपड़ा कारोबारी मोहित पाण्डेय (32) का पैसे के लेनदेन में अपने पूर्व कर्मचारी आदेश सिंह से कहासुनी हो गई थी। आदेश की शिकायत पर बीते शुक्रवार को पुलिस ने मोहित और उसके बड़े भाई शोभाराम को लॉकअप में बंद कर दिया था। आरोप है कि रात में उन्हें जमकर मारा-पीटा गया जिससे मोहित की तबीयत बिगड़ गई और शनिवार सुबह अस्पताल ले जाने पर उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

लखनऊ एडीसीपी पूर्वी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस ने किसी को पीटा नहीं है। कुछ लोग धक्का मुक्की कर रहे थे। शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास कर रहे थे,उन्हें मौके से हटाया गया था।