भाजपा की नई टीम में नहीं दिखेंगे 70 फीसदी पुराने चेहरे! बढ़ेगा मंत्रियों का ओहदा; कल होगी घोषणा

भाजपा की नई टीम में नहीं दिखेंगे 70 फीसदी पुराने चेहरे! बढ़ेगा मंत्रियों का ओहदा; कल होगी घोषणा

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सब कुछ अब तक तय की गई रणनीति के हिसाब से किया गया तो भाजपा की नई टीम में 70 फीसदी पुराने चेहरे दूर-दूर तक नजर नहीं आएंगे। आठ में से कुछ उपाध्यक्षों को कार्यकारिणी में जगह दी जा सकती है।

एक-दो मंत्री व महामंत्रियों का ओहदा बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए लखनऊ में अब मैराथन बैठकों का दौर जारी है। माना जा रहा है कि मंगलवार से पहले ही जिला कमेटी की घोषणा कर दी जाएगी। दबी जुबान से शीर्ष नेताओं ने इसकी पुष्टि भी की है।

लंबे समय तक चली जद्दोजहद के बाद भाजपा ने 15 सितंबर की दोपहर धर्मराज मौर्य को जिलाध्यक्ष घोषित किया था। आठ उपाध्यक्ष, चार महामंत्री, आठ मंत्री, एक कोषाध्यक्ष, कार्यालय मंत्री, मीडिया प्रभारी, आईटी संयोजक, व्यवस्था प्रमुख आदि पदाें पर चयन करके उन्हें ही नई जिला कमेटी का गठन करना था, लेकिन विरोध और आपसी सामंजस्य बिगड़ने की आशंका को देखते हुए प्रदेश नेतृत्व ने इसपर रोक लगा दी।

पुरानी कमेटी के 70 फीसदी से भी ज्यादा पदाधिकारी कमेटी से बाहर

प्रदेश नेतृत्व ने सभी पदों के लिए तीन-तीन नामों की सूची जिलाध्यक्ष से मांग ली है। अब कहने को तो शीर्ष नेतृत्व ही निर्णय करेगा। हालांकि, सच यह है कि हर निर्णय में जिलाध्यक्ष व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की महती भूमिका होगी। बहरहाल, पार्टी सूत्रों की मानें तो नई कमेटी में किस पद पर किसे आसीन करना है? इसपर फैसला किया जा चुका है। भीतरखाने से आ रही खबरों पर यकीन करें तो पुरानी कमेटी के 70 प्रतिशत से भी ज्यादा जिन पदाधिकारियों को नई कमेटी से बाहर किया जाएगा, उनमें कई ऐसे नेता भी शामिल हैं, जो महत्वपूर्ण पदों पर थे।

दो से तीन उपाध्यक्षों को यथावत रखा जा सकता है। एक या फिर ज्यादा से ज्यादा दो महामंत्रियों को पदोन्नत कर उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। तीन-चार मंत्रियों के ओहदे में भी बढ़ोतरी की संभावना है। नई कमेटी में शामिल पदाधिकारियों की सूची अब किसी भी क्षण काशी प्रांत कार्यालय को भेजी जा सकती है। वहां से इसे सार्वजनिक कर दिया जाएगा।

जिलाध्यक्ष ने लखनऊ में डाला डेरा

भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने दो दिन से लखनऊ में डेरा डाल रखा है। वह शनिवार की सुबह ही राज्य मुख्यालय पहुंच गए थे। वहां पार्टी कार्यालय में शीर्ष पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठकें कर रहे हैं। बहरहाल, पार्टी सूत्र तो यही बता रहे हैं कि अब सबकुछ तय हो चुका है। कुछ एक-दो नामों पर पेंच फंसा होने के कारण ही नव गठित कमेटी सार्वजनिक नहीं की जा रही है।

डिप्टी सीएम से लेकर सांसद तक जुगाड़

सत्ता में होने के कारण भाजपा की जिला कमेटी का हिस्सा हर भाजपाई बनना चाहता है। सामान्य कार्यकर्ताओं को तो यही जानने की ललक है कि किसे क्या बनाया जाएगा? वहीं, दिग्गज भाजपाइयों ने पद हासिल करने के लिए लखनऊ में डेरा डाल दिया है। प्राथमिकता पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को खुश करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद सांसद विनोद सोनकर का भी चक्कर काटा जा रहा है।

पार्टी के कार्य से ही लखनऊ आया हुआ हूं। प्रदेश नेतृत्व ही तय करेगा कि किसे किस पर की जिम्मेदारी देनी है। नेतृत्व को व्यक्तिगत के साथ पुराने और अनुभवी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों की राय दे दी गई है।

-धर्मराज मौर्य, जिलाध्यक्ष भाजपा