रायबरेली-वन दरोगा आलोक मणि ने वृक्षारोपण में कराई खाना पूर्ति,धरातल में कूड़े के ढेर में पड़े मिले पेड़,आखिर कहाँ गया बजट

रायबरेली-वन दरोगा आलोक मणि ने वृक्षारोपण में कराई खाना पूर्ति,धरातल में कूड़े के ढेर में पड़े मिले पेड़,आखिर कहाँ गया बजट
रायबरेली-वन दरोगा आलोक मणि ने वृक्षारोपण में कराई खाना पूर्ति,धरातल में कूड़े के ढेर में पड़े मिले पेड़,आखिर कहाँ गया बजट

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

रायबरेली-सरकार वृक्षारोपण को लेकर कितनी सजग है ये सभी जानते है लेकिन सरकार आदेशो के इतर काम करने में वन विभाग के अधिकारी पूरी तरह से मनमानी करने में माहिर बन चुके है वृक्षारोपण के लिए आये पेड़ो की बर्बादी करने में माहिर बना वन विभाग के अधिकारी आपको बता दे कि डलमऊ रेंज के अन्तर्गत माधवपुर स्थित चरुहार के जंगल मे हज़ारों की संख्या में वृक्षारोपण करवाया गया जब R.Express News की टीम मौके पर जाकर उन पेड़ो की हकीकत जानने की कोशिस तो मामला कुछ और ही था पूरा मामला लगवाए गए पेड़ो का है जब जमीनी हकीकत जाना गया तो धरातल पर उन पेड़ो की बर्बादी करने की तस्वीरे सामने आई कूड़े के ढेर में पेड़ो की बर्बादी वन विभाग के अधिकारियो की वन दरोगा आलोक मणि तिवारी ने धरातल पर पेड़ो की बर्बादी की कूड़े के ढेर में पड़े मिले पेड़ बात करने पर बताया कि लगभग 5 हेक्टेयर की दो जगहों पर 20 हज़ार से ऊपर वृक्षारोपण कराया गया 

वन दरोगा आलोक मणि तिवारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 5 हेक्टेयर की दो जगहों पर वृक्षारोपण कराया गया इसका बजट भी आता है

वन रेंजर रवि भारती से बात की गई तो कार्यवाही के बजाए उन्होंने लापरवाही की तस्वीरे भी देखी लेकिन उसके बाद भी वन दरोगा का बीच बचाव करते नज़र आये लेकिन सवाल यह उठता है कि वन रेंजर कार्यवाही के बजाय उनका बचाव करते दिखे आखिर इन पेड़ों की बर्बादी का जिम्मेदार कौन???