रायबरेली में करोड़ों की वक्फ भूमि के जांच के आदेश
नसीराबाद में वक्फ बोर्ड की करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जे की शिकायत के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। आईजीआरएस पर आई शिकायत के बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने एसडीएम सलोन को जांच कराकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
वक्फ की जमीन अपने नाम कराने और 20 वर्षों से लेखाजोखा न देने का आरोप लगाया गया है।
लखनऊ निवासी आलोक कश्यप ने आईजीआरएस पर शिकायत कर आरोप लगाया कि 15 फरवरी 1893 में मीर मोहम्मद तकी ने कई बीघे खेत, घर, बाग आदि वक्फ बोर्ड को दे दिया था। यह जमीन सेंट्रल शिया बोर्ड में वक्फ संख्या 1084 पर दर्ज है। आरोप लगाया कि पुराने मुतवल्ली को हटाकर नए मुतवल्ली की तैनाती की गई है।
नए मुतवल्ली ने करीब 20 साल से कोई हिसाब नहीं दिया है। मुतवल्ली निजी कार्यों में धनराशि को खर्च कर रहे हैं। आरोप लगाया कि नसीराबाद स्थित खसरा संख्या 1296, 1444, 1474, 1469, 1513, 1514, 1515, 1516, 1858, 1859, और 3419 में गलत तरीके से नाम भूलेख में दर्ज करा लिया गया है।
शिकायत आने के बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने एसडीएम सलोन को जांच सौंपी है। उन्होंने मामले की बिंदुवार जांच कराकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। जिससे शिकायत का निस्तारण कराया जा सके। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी महिमा ने बताया कि आईजीआरएस पर नसीराबाद स्थित वक्फ भूमि से संबंधित शिकायत आने के बाद एसडीएम सलोन को पत्र लिखा गया है। एसडीएम की जांच रिपोर्ट आने के बाद बाद आगे की कार्रवाई होगी।