दरोगा ने पिता-भाई के साथ बनाया था प्लान, ताइक्वांडो खिलाड़ी की तलवार से काट दी थी गर्दन, 4 गिरफ्तार
प्रदेश के जौनपुर में जमीनी विवाद में 17 वर्षीय ताइक्वांडो खिलाड़ी की गला रेतकर हत्या कर दी गई. हत्या करने में मामले में पुलिस विभाग में तैनात उपनिरीक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
दरअसल, मुख्य आरोपी रमेश यादव के भाई उप-निरिक्षक राजेश कुमार यादव मेरठ जिले के मवाना थाने में तैनात थे. आरोप है कि हत्याकांड से पहले और बाद में फोन से बातचीत करके उन्होंने षड्यंत्र किया था. घटना के बाद मुख्य आरोपी समेत उपनिरीक्षक राजेश यादव समेत कई लोगों के खिलाफ परिजनों ने केस दर्ज कराया था.
दरअसल, जौनपुर के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरुद्दीनपुर में 40 वर्षों से चल रहे जमीनी विवाद में बुधवार की सुबह मामूली कहासुनी के बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने 17 वर्षीय ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव के गले पर तलवार से हमला कर दिया था. इस घटना के बाद बेटे का कटा हुआ सिर लेकर मां-बहन बिलखती रही. घटना के बाद जौनपुर के डीएम डॉ दिनेश चंद्र सिंह और एसपी डॉ अजय पाल शर्मा ने घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिया था. डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे. वहीं पुलिस की कई टीमें आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही हैं.
अनुराग ने जीते थे कई पदक
मृतक अनुराग ताइक्वांडो खिलाड़ी के साथ ही इंटर कालेज का छात्र था. वह अपने माता-पिता का एकलौता बेटा था. उसने कुछ दिन पहले ही चंदौली मे हुए इंडो-नेपाल इंटरनेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक और नोएडा में हुए ओपन नेशनल में सिल्वर मेडल जीता था.
जौनपुर में हुए इस हत्याकांड पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करके यूपी सरकार पर हमला बोला था. अखिलेश यादव ने लिखा था कि आज की सरकार और अपराध में एक अजीब सा विरोधाभासी संबंध है. एक तरफ दोनों साथ-साथ हैं, तो वहीं दूसरी तरह सरकार जितनी कमजोर और निष्क्रिय होती जा रही है.
पुलिस ने बरामद किया धारदार हथियार
घटना के बाद परिजनों ने मुख्य आरोपी रमेश यादव, उपनिरीक्षक राजेश यादव, लालता यादव समेत परिवार के अन्य कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. जौनपुर पुलिस ने तलवार, कुल्हाड़ी, हंसिया समेत कई अन्य धारदार हथियार के साथ लालता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मुख्य आरोपी रमेश और उसका नाबालिग भाई लखनऊ में सरेंडर करने गया था. उससे पहले अलीगंज पुलिस ने चेकिंग के दौरान संदिग्ध दिखने पर गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद जौनपुर पुलिस ने शुक्रवार को उन दोनों आरोपियों को भी जेल भेज दिया. इस हत्याकांड में मेरठ में तैनात उपनिरीक्षक राजेश कुमार यादव को पुलिस ने पूंछताछ के लिए बुलाया था. पूंछताछ में उपनिरीक्षक की वारदात से पहले और बाद में फोन पर बातचीत करना पाया गया. षड्यंत्र करने के आरोप में पुलिस ने मेरठ के पुलिस अधीक्षक को सूचना देते यादव को जेल भेज दिया.
जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि अनुराग हत्याकांड के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं. आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.