एम्स रायबरेली के बाल रोग सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने लहराया परचम, राष्ट्रीय मंचों पर जीते पुरस्कार

एम्स रायबरेली के बाल रोग सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने लहराया परचम, राष्ट्रीय मंचों पर जीते पुरस्कार

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

एम्स रायबरेली के बाल रोग सर्जरी विभाग ने दिसंबर के प्रथम सप्ताह में उल्ल्खनीय रहा। पिछले साल प्रकाशित हुए शोध पत्रों में एम्स रायबरेली के बाल रोग सर्जरी विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. सुनीता सिंह का प्रकाशित हुआ शोध पत्र पीडियाट्रिक सर्जरी में टॉप 3 में से एक शोध पत्र के रूप में चुना गया है। यह शोध पिछले 4 सालों में पीडियाट्रिक वैस्कुलर ट्यूमर पर पूरी लगन से की गई थी। इस शोध में यह पता लगाया गया है कि दवाओं के साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए, ट्यूमर के स्थान पर मरहम लगाना दवा खाने के समान ही प्रभावशाली है। उन्हें यह सम्मान इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक सर्जन्स के रिसर्च और न्यू इनोवेशन खंड द्वारा नई दिल्ली में दिया गया।
सह-प्रोफेसर डॉ. दिव्या प्रकाश को एक बच्चे में किडनी खराब होने के बहुत ही रेयर केस को प्रस्तुत करने के लिए दूसरा पुरस्कार दिया गया। बच्चे का ऑपरेशन 1 साल पहले संस्थान के बाल रोग सर्जरी विभाग में लैप्रोस्कोपी से किया गया था। बच्चा स्वस्थ और फिट है और सामान्य ज़िंदगी जी रहा है। जूनियर रेजिडेंट, डॉ. कुलसुम जुनैद भी 11वें नेशनल कॉन्फ्रेंस में सभी पोस्टग्रेजुएट रेजिडेंट्स में प्रथम रहीं।
इसके अलावा, डॉ. सुनीता सिंह को वीनस इंटरनेशनल फाउंडेशन के मैनेजमेंट बोर्ड ने VIHA 2025 एक्सपर्ट कमिटी रिपोर्ट और एपेक्स कमिटी की सिफारिशों के आधार पर सर्जिकल सुपर स्पेशल में बेहतरीन प्रैक्टिस और बिना किसी स्वार्थ के समर्पण की भावना से सेवा करने हेतु बाल रोग सर्जरी में आउटस्टैंडिंग क्लिनिशियन का पुरस्कार दिया गया है। उन्हें 6 दिसंबर को चेन्नई में हुए कॉन्वोकेशन में यह पुरस्कार दिया गया।