Raibareli-डीएम की नाक के नीचे भ्रस्टाचार रेप पीड़िता को मिलने वाले अनुदान में घोटाला

Raibareli-डीएम की नाक के नीचे भ्रस्टाचार  रेप पीड़िता को मिलने वाले अनुदान में घोटाला

-:विज्ञापन:-

रिपोर्ट- केशवानंद शुक्ला
मो-7309336397

रायबरेली-गदागंज में एक साल पहले दुष्कर्म का शिकार हुई युवती को तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद देने में खेल की आशंका है। शिकायत के बाद सीओ सिटी और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट की टीम ने जांच शुरू कर दी है।

आरोप है कि दुष्कर्म पीड़िता को मदद नहीं मिली, लेकिन जिस खाते में तीन लाख रुपये शासन से आए, उसमें से एटीएम से 1.20 लाख रुपये निकाल लिए गए। जांच में प्रथम दृष्टया पाया गया कि पीड़िता के बैंक खाते में दूसरे की फोटो और आधार लगाया गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में हड़कंप मच गया है

गदागंज की एक युवती के साथ एक साल पहले दुष्कर्म हुआ था। मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था। कुछ दिनों पहले शहर के डिग्री कॉलेज चौराहा स्थित एक बैंक में पीड़िता के नाम खाता खुलवाया गया था। 
इस दौरान हेरफेर कर खाते में पीड़िता की फोटो की जगह शहर की एक युवती की फोटो व मोबाइल नंबर दर्ज करा दिया गया। खाता खुलवाने के दौरान आधार नंबर भी किसी तीसरे व्यक्ति का लगाया गया। पिछले माह रेप पीड़िताओं को मिलने वाले अनुदान के तहत पीड़िता के खाते में तीन लाख रुपये आए थे। खाते से मोबाइल नंबर शहर की युवती का जुड़ा था। 

खाते में एक साथ तीन लाख रुपये का मैसेज देखते ही वह प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय पहुंच गई लेकिन उसे टरकाकर वापस भेज दिया गया। इसी बीच किसी ने एटीएम के माध्यम से 1.20 लाख रुपये कई तारीखों में निकाल लिए। 
इसके बाद शहर की युवती ने डीएम और एसपी से शिकायत की तो मामला खुला। इसके बाद सीओ सिटी वंदना सिंह और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राजेंद्र शुक्ला ने जांच शुरू की। सीओ सिटी ने गुरुवार को बैंक शाखा पहुंचकर अभिलेखों को खंगाला। 

सीओ सिटी ने बताया कि दुष्कर्म की पीड़िता के नाम खुले खाते में तीन लाख रुपये आए हैं। बैंक खाते में दूसरी युवती की फोटो और मोबाइल नंबर डाला गया है। आधार नंबर पर किसी तीसरे व्यक्ति का है। एटीएम से रुपये निकाले गए हैं। खाते से रुपये निकालने वालों का पता लगाया जा रहा है। मामले का खुलासा किया जाएगा।