रायबरेली-भगवान श्रीकृष्ण के विविध रूपों में छिपा है लोककल्याण का भाव

रायबरेली-भगवान श्रीकृष्ण के विविध रूपों में छिपा है लोककल्याण का भाव

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   रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली-क्षेत्र के गांव किसुनी का पुरवा मजरे अरखा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव में शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन हुआ । चित्रकूट से पधारे कथावाचक श्री श्री 1008 राजगुरु स्वामी बद्री प्रपन्नाचार्य ने कहा कि भगवान की हर लीला में लोककल्याण छिपा है । भगवान श्री कृष्ण का पूरा जीवन विविधताओं से भरा हुआ है । उन्होंने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं व श्री गोवर्धन पूजा व छप्पन भोग का सुंदर चित्रण प्रस्तुत किया।
          उन्होंने कहा कि मथुरा के राजा कंस की ओर से अनेक राक्षसों को बाल कृष्ण को मारने के लिए गोकुल भेजा गया ,लेकिन भगवान कृष्ण ने उन सभी का वध करके मोक्ष प्रदान किया।कथा वाचक ने कहा कि भगवान कृष्ण ने कालिया मर्दन कर यमुना जल को स्वच्छ किया। 
इस दौरान भगवान शंकर की ओर से गोकुल में कृष्ण दर्शन के लिए आने की कथा का सुंदर वर्णन किया ।  उन्होंने कहा कि पांच ज्ञानेद्रियां, पांच कर्मेंद्रिया व मन बुद्धिचित व अहंकार सभी भगवान के सामने आ जाए तो उनका नाश हो जाता है। कथा के दौरान करन लागे मोहन मैय्या मैय्या, चलोमन वृंदावन की ओर जहां विराजते हैं राधारानी, गिरिराज धरण हम तुम्हारी शरण आदि भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को नृत्य करने पर विवश कर दिया। भजनों के दौरान पांडाल वातावरण भक्तिमय हो गया। उन्होंने कहा कि भगवान ने अपनी विभिन्न लीलाओं से जीवन के हर रूप को प्रस्तुत किया , और लीलाओं के द्वारा ही लोक का कल्याण किया । कथा का मुख्य यजमान लालता प्रसाद मिश्र और उनकी अर्धांगिनी शशि प्रभा मिश्रा ने व्यासपीठ का अभिनन्दन किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से रतिपाल शुक्ल , नीरज मिश्र , राकेश मिश्र , रज्जन तिवारी , पवन पांडेय , धर्मेंद्र सिंह , शिवा मिश्र सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे ।