रायबरेली-ऊंचाहार पुलिस की मनमानी के कारण महिलाओं की टूट रही न्याय की आस,,,,,

रायबरेली-ऊंचाहार पुलिस की मनमानी के कारण  महिलाओं की टूट रही न्याय की आस,,,,,
रायबरेली-ऊंचाहार पुलिस की मनमानी के कारण  महिलाओं की टूट रही न्याय की आस,,,,,

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 रिपोर्ट-सागर तिवारी


ऊंचाहार-रायबरेली-प्रदेश सरकार भले ही महिलाओ के लिए बेहतर कानून व्यवस्था की बात कर रही हो। महिला सशक्तिकरण उन्हें स्वावलंबन बनाने के कई तरह के कयास किए किए जा रहे हों। लेकिन वास्तव में धरातल पर इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। महिलाओं को सशक्त बनाना तो दूर उन्हें न्याय मिलता तक नहीं मिल रहा है।      
      ताज़ा मामला ऊँचाहार कोतवाली क्षेत्र का है। जहां नगर की सीमा से जुड़े एक गाँव की रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता न्याय की आस में हफ़्तों से कोतवाली और पुलिस के आला अफसरों की चौखट की एड़ियां रगड़ रही है। लेकिन आरोपी युवक के विरुद्ध मुकदमा लिखने के बजाय पुलिस महिला पर सुलह समझौता करने का दबाव बना रही है।वही आरोपी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज न किये जाने से आहत महिला ने आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। 
पीड़ित महिला ने बताया कि उसकी शादी मध्यप्रदेश प्रान्त के  भिंड की रहने वाली है औऱ वह अपने पति के साथ ऊँचाहार में किराए के मकान में रहती है।पीड़िता ने बताया कि उसी के बगल में ही एक युवक किराए पर रहता था। उसने उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया।औऱ शादी का झांसा देकर उसके साथ जबरन शारीरिक सम्बंध बनाए। पीड़िता का कहना है कि उसके गर्भ में 2 माह का बच्चा भी था उसे भी आरोपी युवक ने उसका गर्भपात करवा दिया।और अब शादी करने से इंकार कर रहा है। और पुलिस में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। यही नही जब उसने 19 जून को कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई  लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।तो पीड़िता ने एसपी डॉक्टर यशवीर सिंह से न्याय की गुहार लगाई।पीड़िता का कहना है कि एसपी के आदेश के बाद भी ऊँचाहार पुलिस मुकदमा दर्ज नही कर रही है।यही नही कोतवाली में तैनात एक महिला कांस्टेबल पैसे लेकर मामले को सुलह समझौता करने का दबाव बना रही है। 19 जून से लेकर आज तक लगातार महिला कोतवाली से लेकर एसपी और सीओ के कार्यालय के चक्कर काट चुकी है।लेकिन अभी तक आरोपी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नही किया गया।महिला का कहना है कि अगर उसे न्याय न मिला  तो वह आत्महत्या कर लेगी। जिसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा।
यह कोई नया मामला नहीं है में पिछले एक माह से तीन एसे महिलायें जो ऊंचाहार कोतवाली के चक्कर काट रही है।