इस रिक्शा चालक की गजब कहानी, प्रेम में धोखा खाए लोगों से लेता है आधा किराया, कारण जान चौंक जाएंगे आप!
रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824
यूपी के लखीमपुर जिले का एक ई रिक्शा चालक काफी सुर्खियों में है. इस रिक्शा चालक का नाम रिंकू है. जो प्यार में धोखा खाए आशिकों से आधा किराया लेता है लेकिन लड़कियों से पूरा किराया लेता है. वो ऐसा इसलिए करता है क्यों कि रिंकू ने एक लड़की से इश्क और मोहब्बत में अपना सब कुछ लुटा दिया. अब वो लखीमपुर की सड़कों पर ई-रिक्शा चलाता है. अपने मोहब्बत से सीख लेकर वो प्यार में धोखा खाए लोगों से आधा किराया लेता है वही उसने अपने रिक्शा के बाहर और भीतर कई प्रकार की शायरी भी लिखा है.
रिंकू नें अपने ई-रिक्शे के शीशे पर लिखा है “पहले थे दीवाने अब लगे कमाने” और अंदर लिखा “हम भी कभी रईश थे, दिल की दुनिया लुटा बैठे, “वक्त ऐसा पलटा ऑटो चला बैठे”. इतना ही नहीं ऑटो पर यह भी लिखा है ‘बेवफाओं से सावधान’. मामला लखीमपुर खीरी जिले में थाना सदर कोतवाली क्षेत्र का है. जहां एक लड़की के चक्कर में अपना समय और पैसा लुटाने वाले रिंकू ने अब शहर की सड़कों पर ही ई-रिक्शा चलाना शुरू कर दिया है. रिंकू ने जब सब कुछ लुटा दिया तो उसे अकल आई जिसके बाद वो अपने जीवन को चलाने के लिए रिक्शा खरीदा और चलाना शुरु कर दिया.
रिंकू ने जिस लड़की से धोखा खाया है वो उसका बदला अन्य सारी लड़कियों से लेता है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्यों कि रिंकू सिर्फ पुरुष प्रेमियों से आधा पैसे लेता है इसके उलट वो लड़कियों से पूरी किराया लेता है साथ ही वरियता के साथ वो आशिकों को पहले छोड़ता है. रिंकू ने अपने रिक्शा में लिखवा रखा है कि “बेवफाओं से सावधान” “पहले थे दीवाने, अब लगे कमाने” यह सब इसलिए लिखा है क्यों कि जो लोग इश्क और प्यार के चक्कर में अपना समय और सब कुछ लुटा रहे हैं वह हमसे सीख लें और इस चक्कर में न पड़ें. अपना कमाई करें और अपने घर, बीवी, बच्चों और परिवार का पेट पालें.
आपको बता दें कि लखिमपुर के इस रिक्शा चालक की कहानी इन दिनों काफी सुर्खियों में है. रिंकू से मिलने दूर दूर से लोग आ रहे है. रिंकू कहते हैं कि प्यार में धोखा खाने के बाद उनकी आंख खुली जिसके बाद वो अपना पेट पालने के लिए ई रिक्शा चलाते है, वही जो भी शायरी और श्लोगन को लेकर कहा कि उन्होंने अपने रिक्शा में ऐसी लाइन इसलिए लिखी है ताकि उनकी तरह और कोई प्यार मोहब्बत के चक्कर में अपना सब कुछ न लुटा बैठे.