रायबरेली- दिल्ली से आई परियोजना अधिकारी कीर्ति वर्मा व हरीश नवहार ने गोकर्ण घाट के ऐतिहासिक का किया निरीक्षण

रायबरेली- दिल्ली से आई परियोजना अधिकारी कीर्ति वर्मा व हरीश नवहार ने गोकर्ण घाट के ऐतिहासिक का किया निरीक्षण

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रिपोर्ट- सागर तिवारी

ऊंचाहार/रायबरेली- दक्षिण वाहिनी माँ गंगा जी की तीर्थ स्थली गोकर्ण तीर्थ घाट पर, जहाँ महर्षि गोकर्ण ऋषि एवं राजा भगीरथ की तपस्थली का पौराणिक महत्व माना जाता है — हाल ही में नमामि गंगे परियोजना (NMCG) की टीम ने निरीक्षण किया।दिल्ली से आई परियोजना अधिकारी कीर्ति वर्मा एवं हरीश नवहार ने गोकर्ण घाट के ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व को समझा तथा कहा कि यह एक अत्यंत पवित्र और पौराणिक तीर्थ स्थल है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत इस घाट का सौंदर्यीकरण व संवर्धन किया जाएगा।जिला परियोजना अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि इसी तरह, पहले डलमऊ घाट का सुंदर विकास नमामि गंगे के अंतर्गत किया गया था और अब गोकर्ण घाट पर भी इसी प्रकार का विकास कार्य प्रारंभ किया जाएगा।मां गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति के सचिव एवं जिला गंगा समिति के विशिष्ट आमंत्रित सदस्य जितेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि जिला गंगा समिति में प्रस्ताव पास कराए जाने के उपरांत, जिलाधिकारी (रायबरेली) के द्वारा परियोजना तैयार करवाई जाएगी और गोकर्ण घाट का विकास संवेदनशील तरीके से किया जाएगा।इस अवसर पर अरपित कुमार, गजानन शास्त्री, अमित निषाद सहित अनेक स्थानीय जन उपस्थित थे।