रायबरेली-जमीनी विवाद में महिला की हुई मौत पर गरमाई सियासत,

रायबरेली-जमीनी विवाद में महिला की हुई मौत पर गरमाई सियासत,

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रिपोर्ट-मदन दीक्षित 

महराजगंज रायबरेली-चंदापुर थाना क्षेत्र में बीते रविवार को जमीनी विवाद में दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष में महिला की मौत के बाद मामले को राजनीतिक रूप दिया जा रहा है। जबकि एसपी ने मामले में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया था। वहीं मामले में आठ नामजद आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया व अन्य आरोपियों को तलाश रही है। वहीं मामले को राजनीतिक रूप दे रही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा का प्रतिनिधिमंडल मृतका के परिजनों से मुलाकात कर रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपने की बात कही है इस दौरान पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा।
        बताते चलें कि ग्राम पंचायत ज्यौना लामी चौराहा स्थित गाटा संख्या 1437 क रकबा 0.007 हे भूमि राजस्व अभिलेखों में पूरे गुरुदत्त सिंह मजरे ज्यौना गांव निवासी रवीन्द्र कुमार पुत्र गुरुचरन व गाटा संख्या 1438 रकबा 0.746 हे भूमि लामी मजरे ज्यौना गांव निवासी हौसला पाल व अखिलेश पाल पुत्र रतीपाल के नाम दर्ज है दोनों गाटे आपस में जुड़े हैं व इसी को लेकर दोनों के मध्य काफी समय से विवाद चल रहा है। विवादित जमीन पर रवीन्द्र ने दीवार भी खडी कर रखी है जिसको लेकर दोनों पक्षों में पहले भी खूनी संघर्ष हुआ था। इसी बीच रवीन्द्र आदि विवादित जमीन पर खड़ी दीवार पर छत डालने की तैयारी कर रहे थे, जिसकी भनक लगते ही बीते शनिवार को हौसला पाल ने अपने हिस्से की जमीन थाना क्षेत्र के जनई गांव निवासी शैलेन्द्र सिंह पुत्र सुरेश सिंह आदि को रजिस्ट्री कर दी। शनिवार की देर रात शैलेन्द्र व हौसला अपने साथियों के साथ विवादित जमीन पर पहुंचे और छत डालने के लिए लगाई गई शटरिंग गिरा दी मना करने पर रवीन्द्र को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।मामले में रवीन्द्र की पत्नी सरला की तहरीर पर रविवार को दो बजे पलिस ने हौंसला व शैलेन्द्र समेत 5 नामजद व 4 अज्ञात के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।रविवार की सुबह एक बार फिर रवीन्द्र पक्ष के लोग शटरिंग सही कर छत डालने की तैयारी कर ही रहे थे कि शैलेन्द्र सिंह अपने साथियों के साथ मौके पर काम रोकवाने पहुंच गये, जहां पर दोनों पक्षों में कहा सुनी के बाद खूनी संघर्ष हो गया। इस खूनी संघर्ष मे रवीन्द्र के पक्ष से उसकी बहन सुनीता (28) पत्नी सौरभ यादव निवासी कसरेहला मजरे बहादुर नगर की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गयी, तो वहीं रवीन्द्र का भाई सुरेन्द्र यादव (26), राजेन्द्र यादव (45) तथा मिल एरिया थाना क्षेत्र के पूरे नारन्दी मजरे रूस्तमपुर निवासी रवीन्द्र का साला रामू (37) पुत्र राम बहादुर,   दूसरे पक्ष से शैलेन्द्र सिंह (32) आशीष सिंह(25) पुत्र शिव सिंह को गम्भीर हालत में सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां चिकित्सकों ने शैलेन्द्र की हालत गम्भीर बताते हुए लखनऊ ट्रामा सेन्टर रेफर कर दिया। मामले में मोहित यादव पुत्र राजेन्द्र यादव ने पुलिस को तहरीर देकर शैलेन्द्र सिंह,दीपक सिंह व राहुल सिंह बाहुबली निवासी गण जनई, हौसला पाल व अखिलेश पुत्र गण रतीपाल तथा विकास पुत्र हौसला निवासी गण लामी तथा चंदापुर थाना क्षेत्र के खेरवा मजरे मुरैनी गांव निवासी रणविजय सिंह, थाना क्षेत्र के असर्फाबाद गांव निवासी रणविजय सिंह पुत्र राम सुमेर सिंह तथा आठ दस अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कराया। 

 *महिला के शव पर हुई राजनीति*
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 खूनी संघर्ष के दूसरे दिन सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद मायके पूरे गुरुदत्त सिंह मजरे ज्यौना गांव पहुंचे मृतका के शव को रखकर आक्रोशित परिजनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामा होने की स्थित को पहले से ही भांप चुकी पुलिस पूरे बल सहित पहले से थाने पर मुस्तैद रही। कुछ लोगो द्वारा पहले तो शव की गाड़ी को थाने के सामने रखकर प्रदर्शन करने का प्रयास किया गया परन्तु पुलिस के हल्के बल प्रयोग के बाद ही परिजन वहां से मृतक महिला के मायके गुरूदत्त सिंह का पुरवा ले गये जहां पर परिजन रिश्तेदारों के अलावां सपा विधायक श्याम सुन्दर भारती, सपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र यादव, जिला सचिव वीरेन्द्र यादव सहित तमाम सपाई भी मौके पर पहुंच गये। जहां पर परिजनों ने शव का अन्तिम संस्कार करने से मना कर दिया। जानकारी पर पहुंचे एडीशनल एसपी संजीव कुमार सिन्हा व क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार ने परिजनों से वार्ता की। परिजनों ने घटना में शामिल नामजद आरोपियों एवं कुछ अन्य संदिग्ध लोगो के नामो की पर्ची देते हुए सभी की गिरफ्तारी होने के बाद अन्तिम संस्कार करने की बात कही। एडीशनल एसपी के आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर परिजन मृतक महिला के शव को उसके ससुराल कसरेहला मजरे बहादुर नगर ले गये जहां पर उसका अन्तिम संस्कार किया गया।


लापरवाही पर एसपी ने थानाध्यक्ष को हटाया

लामी चौराहे पर हुए खूनी संघर्ष के मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह ने घटना को गम्भीरता से लिया। जिसमें चन्दापुर पुलिस द्वारा मामले में ठोस कार्यवाही ना किए जाने एवं लापरवाही बरतने को लेकर सोमवार को थानाध्यक्ष प्रशान्त द्विवेदी को सस्पेंड करते हुए अरविन्द कुमार सिंह को थाने की कमान सौंपी।
 
आठ में चार नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
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थानाध्यक्ष अरविंद सिंह ने तत्परता दिखाते हुए सोमवार को रणविजय सिंह चौहान, हौसला पाल व अखिलेश पाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं मामले के एक अन्य आरोपी संजीव सिंह उर्फ राहुल बाहुबली को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद पुलिस अन्य आरोपियों को तलाश रही है।

महिला की मौत का राजनीतिकरण ।
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महिला की मौत पर राजनीतिक रूप दिया जा रहा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव के नेतृत्व में इं० वीरेंद्र यादव, बछरावां विधायक श्याम सुन्दर भारती, हरचंदपुर विधायक राहुल लोधी, बछरावां विधान सभा अध्यक्ष बृजेन्द्र कुमार पटेल का पांच सदस्यीय सपा का प्रतिनिधिमंडल पूरे गुरु दत्त सिंह गांव पहुंचकर मृतका के परिजनों को सांत्वना दी व पीड़ित परिवार की समस्याको सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को पहुंचाने की बात कही, प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे लाल बिहारी यादव ने बताया कि ऊंचाहार विधायक रहे मनोज पाण्डेय के मामले में भी हमारे ही नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल आया था, प्रतिनिधि मंडल की रिपोर्ट पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने मामला सदन में उठाया था,जिसके बाद मनोज पाण्डेय को जमीन खाली करनी पड़ी प्रतिनिधि मंडल रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौपेगा उसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से मामले में जो भी कार्यवाही करनी होगी करेंगे।

परिजनों ने हल्का दरोगा, सिपाही व मामले में तीन साजिशकर्ताओं के नाम लिए।
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मामले में मृतका के परिजनों ने हल्का दरोगा व सिपाही पवन सचान की भूमिका पर सवाल उठाते हुए प्रतिनिधि मंडल को बताया कि शनिवार की रात की घटना की तहरीर सोमवार की सुबह घायल रवीन्द्र की पत्नी सरला देने गई तो हल्का दरोगा रवि पवार ने कहा कि जाओ दवा कराओ और तहरीर लेकर कोई कार्रवाई नहीं की, महिला की मौत के बाद सोमवार की दोपहर दो बजे के बाद मुकदमा दर्ज हुआ। परिजनों ने प्रतिनिधि मंडल को महराजगंज थाना क्षेत्र के पिंडारी खुर्द व मोन गांव निवासी दो युवकों तथा चंदापुर थाना क्षेत्र के मऊ गांव निवासी एक युवक का नाम साजिश कर्ता के रूप में लिया है। मामले में प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिजनों को घटना में शामिल सभी पर शासन प्रशासन स्तर से कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया है।