रायबरेली-एनटीपीसी में ठुमकों के लिए बहाया गया पानी की तरह पैसा

रायबरेली-एनटीपीसी में ठुमकों के लिए बहाया गया पानी की तरह पैसा
रायबरेली-एनटीपीसी में ठुमकों के लिए बहाया गया पानी की तरह पैसा

-:विज्ञापन:-



    रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली - सामुदायिक विकास और पारंपरिक व्यवस्थाओं में लगातार बजट की कटौती करके खर्च कम करने की कोशिश में लगी एनटीपीसी में इस बार स्थापना दिवस पर पैसे का खूब अपव्यय किया गया है ।  मनोरंजन के नाम पर ठुमकों के लिए एनटीपीसी ने करीब पच्चीस लाख रूपये खर्च किए है ।
      ज्ञात हो कि विगत के कुछ वर्षों से एनटीपीसी लगातार सामुदायिक विकास

 के कार्यों और सामाजिक परंपराओं में लगातार बजट में कटौती कर रही है । खर्च कम करने का बहाना लेकर एनटीपीसी ने वार्षिक कैलेंडर और डायरियां तक छपवाना बंद कर दिया है । किंतु इस बार एनटीपीसी के स्थापना दिवस पर जमकर रुपया बहाया गया । यह भारी भरकम धनराशि नाच गाने में खर्च हुई है । मुंबई से आए गायक जावेद अली और उनकी आर्केस्ट्रा टीम को पच्चीस लाख का भुगतान किया गया है । इसके अलावा उनके आयोजन की साज सज्जा के लिए भी लाखों रूपये खर्च किया गया है । एक प्रकार से अय्याशी के नाम पर कंपनी को भारी चूना लगाया है । एनटीपीसी के मुख्य महाबंधक मनदीप छाबड़ा ने अपने शौक पूरे करने के लिए उन्होंने जमकर मनमानी की है । उनका अगले माह रिटायरमेंट भी है । रिटायर होने से पहले वह अपने सारे शौक पूरे करना चाहते हैं , इसलिए वह एनटीपीसी का पैसा खुलकर लूटा रहे हैं।