रायबरेली-छह माह से पानी की टंकी खराब, पेयजल को 16 हजार आबादी हलकान,,,,

रायबरेली-छह माह से पानी की टंकी खराब, पेयजल को 16 हजार आबादी हलकान,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी


ऊंचाहार-रायबरेली-पिपरहा गांव के पास 25 पुरवों की 16 हजार आबादी को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए सरकार ने वर्ष 2015 में करीब एक करोड़ रुपए की लागत से पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। विगत छह माह से पंप हाउस की मोटर जल जाने व संचालक ना होने से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते लोग फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं।
    कस्बा के हैंडपंपों से दूषित व खारा फ्लोराइड युक्त पानी निकल रहा है। नतीजा लोग पेट की विभिन्न बीमारियों का शिकार होते जा रहे है। समस्या को देखते हुए सरकार ने वर्ष 2015 में करोड़ों रुपए लागत से पिपरहा व कबीर बाबा चौराहा के पास पानी की टंकी का निर्माण कराया गया। लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति होने लगी तो खुशहाली छा गई। कुछ समय बाद बिछाई गई। गुणवत्ता विहीन पाइपलाइन होने के चलते पाइपलाइन में लीकेज होने शुरू हो गए। जगह-जगह लीकेज हो जाने के कारण लोगों के घरों तक पानी पहुंचना बंद हो गया। छह माह पूर्व पंप हाउस की मोटर जल गई। मास्टर गंज आजाद, महराजदीन, सुरेंद्र, रामराज, शमशाद, खुर्शीद, शकील, नफीस आदि का कहना है कि शुद्ध पेयजल को लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर जिले के आला अधिकारियों तक से गुहार लगाई गई। जिसके बाद अधिकारी मोटर खुलवा कर बनवाने के लिए ले गए और आज तक वापस नहीं लौटे। छह माह से घरों में लगे नलों से शुद्ध पेयजल की एक बूंद भी नहीं टपका है। मजबूरन सुबह और शाम इंडिया मार्का नलों पर घंटों लाइन लगाकर पानी भरने को मजबूर हैं। जिसकी वजह से पेट की विभिन्न बीमारियों का शिकार भी हो रहे जा रहे हैं। जल निगम विभाग के अवर अभियंता धीरज ने बताया कि मोटर की मरम्मत कराकर जल्द ही लोगों को पेयजल मुहैया कराई जाएगी।