Raibareli-मढ़िया माता मंदिर प्रांगण में कवि सम्मेलन आयोजित

Raibareli-मढ़िया माता मंदिर प्रांगण में कवि सम्मेलन आयोजित

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

रायबरेली । बीते बुधवार को जगदीशपुरम त्रिपुला चौराहे स्थित मढ़िया माता मंदिर प्रांगण में विशाल कवि सम्मेलन हुआ। नवरात्रि के अवसर पर कवि सम्मेलन का यह मंच सजाया गया । गीतकार प्रवीण त्रिपाठी ने माँ के वंदन से शुभारम्भ किया। कवि व शिक्षक प्रताप नारायण मिश्र ने 'कल के राहगीर आज मीर हो गए, लाज के लुटेरे सब फकीर हो गए' सुनाकर तालियाँ बटोरी। संचालक प्रवीण त्रिपाठी ने 'शीश सबको झुकाने आया हूँ, प्यार सबको लुटाने आया हूँ ' जैसी



 कविता से अप्रतिम प्रस्तुति दी। राघवेन्द्र सिंह राघव ने 'कुछ काम नहीं पास क्या बैठे हुए हो यूं, इक काम करो , आओ,मुझे प्यार ही कर लो' पढ़कर लोगों को गुदगुदाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ग़ज़लकार शिवबहादुर 'दिलबर' ने ' पूजते हैं लोग देवी देवताओं को यहां, किंतु निज माता-पिता को पूजता कोई नहीं ' पढ़कर श्रोताओं की ताली बटोरी । ओजकवि अभिषेक सिंह रुद्र ने ' रथ के घोड़े मुड़कर जब-जब कुरुक्षेत्र से जाएंगे, चक्रव्यूह में फंसकर अभिमन्यु तब तब मर जाएगा ' पढ़कर लोगों को ख़ूब हँसाया । युवा ग़ज़लकार प्रदीप प्यारे ने ' आसमां तकता रहा वो रात भर, पेट भूखे उसको सो जाना पड़ा' पढ़कर सभी का मन मोहा । ओजकवि अंकित यादव अंकुल ने ' उन्नति व अवनति की चाल हम तुम ही कहेंगे , दिव्य भारत देश का सब हाल हम तुम ही कहेंगे ' सुनाकर भावविभोर कर दिया । श्रोताओं ने कवियों को जमकर सराहा । आयोजक मण्डल ने सभी को सम्मानित कर आभार व्यक्त किया। इस मौके पर देवी प्रसाद मिश्रा, रामफल मिश्रा ,सुनील अवस्थी, गंगा भगत सिंह ,राहुल मिश्रा ,संतोष शुक्ला, वीरेंद्र रावत, बबलू दीक्षित ,संदीप अवस्थी, अभिषेक मिश्रा, हितेंद्र सिंह, अनूप शुक्ला, केशव शुक्ला ,ज्ञानेंद्र सिंह , राहुल मिश्रा, संतोष शुक्ला आदि मौजूद रहे ।