रायबरेली:मणिचंद संदिग्ध मौत मामले में कार्यवाई ना होने से नाराज परिजनों नें शव रखकर काटा हंगामा।

रायबरेली:मणिचंद संदिग्ध मौत मामले में कार्यवाई ना होने से नाराज परिजनों नें शव रखकर काटा हंगामा।

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रिपोर्ट>सागर तिवारी 



ऊंचाहार/रायबरेली> बीते सोमवार को कल्यानी गांव में एक युवक की संदिग्ध हालात के मामले में परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव को दफन करने से इंकार कर दिया। बाद में पुलिस की 5 घण्टे की मानमनौव्वल और मृतक की पत्नी व प्रेमी पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद अंततः पुलिस के साए में शव का अंतिम संस्कार किया गया।बताते चलें कि कोतवाली क्षेत्र के गांव नया पुरवा अड्डा मजरे कल्याणी निवासी मणिचंद्र की रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतक रविवार की रात अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ घर में सो रहा था। सोमवार की सुबह घटना की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया और ग्रामीण जमा हो गई। परिवारीजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को घटना की बाबत जानकारी दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मृतक के गले व शरीर पर चोट के निशान युवक की हत्या का सबूत दे रहे थे। परिजनों के मुताबिक  करीब एक महीने पहले मृतक मनीचन्द्र की पत्नी प्रेमी संग फरार हो गई थी। परिजनों के विरोध के बावजूद मणिचन्द्र पत्नी को घर लाया था। परिजनों का आरोप है कि उसकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर मृतक की हत्या को अंजाम दिया है। लेकिन पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की बात कह रही थी। 
मंगलवार की सुबह घटना में नया मोड़ लिया और परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव को दफन करने से इंकार कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी के बावजूद परिजनों ने गांव वालों के साथ लखनऊ-प्रयागराज हाईवे जाम करने के लिए शव को ले जाने लगे। रास्ते में कनकपुर गांव के निकट परिजनों ने सड़क पर सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ शव रख दिया और मृतक की पत्नि व उसके प्रेमी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज़ करके जेल भेजने के बाद शव का दाह संस्कार करने की जिद पर अड़े रहे। इससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। आखिर में पुलिस ने परिजनों को हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। तब करीब पांच घण्टे बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सीओ डलमऊ, थाना प्रभारी निरीक्षक समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा।