केशव मौर्य के बाद अब अनुप्रिया और आशीष के घर के बाहर प्रदर्शन, युवती की तबीयत खराब

केशव मौर्य के बाद अब अनुप्रिया और आशीष के घर के बाहर प्रदर्शन, युवती की तबीयत खराब

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उत्तर प्रदेश में 69,000 भर्ती के मामले में अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है. सोमवार को अभ्यर्थियों ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव किया था. आज मंगलवार को 69 हज़ार शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी धरने पर बैठे मंत्री अनुप्रिया पटेल के आवास के बाहर धरने पर बैठे.

आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर धरने पर बैठे. शिक्षक अभ्यर्थीअनुप्रिया पटेल के आवास के बाहर मंत्री से मिलने करे मांग को लेकर अड़े रहे.

अभ्यर्थी अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर 69 हज़ार शिक्षक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि हाईकोर्ट के आदेश का पालन किया जाए, नई सूची बनाकर नियुक्त किया जाए और पुरानी सूची बनाने वालो को हटाया जाए . उधर मंत्री आशीष पटेल के आवास के अंदर प्रदर्शन कर रहे 69 हज़ार शिक्षक में एक युवती की तबीयत खराब हो गई. इस के बाद युवती को आशीष पटेल के आवास के अंदर ले जाया गया. जानकारी के अनुसार आशीष और अनुप्रिया फिलहाल अपने आवास पर नहीं हैं. वह प्रयागराज में हैं. लौट कर अभ्यर्थियों से मुलाकात करेंगे.

अभ्यर्थी क्या बोले?
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने आज मंगलवार को सुबह अपना दल एस पार्टी कार्यालय का भी घेराव किया. अभ्यर्थी हाईकोर्ट लखनऊ के डबल बेंच से दिए गए फैसले का पालन किए जाने की मांग को लेकर मंत्री के घर के सामने धरने पर बैठे. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे अभ्यर्थी यहां लगातार नारेबाजी कर रहें हैं. इस दौरान यहां मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा.

धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि वर्ष 2018 में यह भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी. जब इसका परिणाम आया तो इसमें बड़े स्तर पर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय किया गया और उन्हें नौकरी देने से वंचित कर दिया गया. एक लंबे आंदोलन और न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने के बाद बीते 13 अगस्त 2024 को लखनऊ हाई कोर्ट के डबल बेंच ने हम आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के हित में फैसला सुनाया है और नियमों का पालन करते हुए अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने का आदेश दिया है. लेकिन सरकार इस प्रकरण में हीला हवाली कर रही है हम चाहते हैं की सरकार जल्द से इस प्रकरण का समाधान करें और एक शेड्यूल जारी करके बताएं कि हम पीड़ितों की नियुक्ति कब की जा रही है.