Raibareli-DM ने ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान कराये जाने के अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश

Raibareli-DM ने ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान कराये जाने के अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824


ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान के लिए कंट्रोल रूम स्थापित, करें सम्पर्क

रायबरेली-जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने कहा कि जनपद के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान कराये जाने के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि गर्मी की भीषणता बढ़ते तापमान एवं गिरते भू जल स्तर के कारण कई स्थानों पर पेयजल की गम्भीर समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिसके दृष्टिगत ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में सभी जनमानस, पशु-पक्षी आदि को सुचारू रूप से सतत् पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए, जिससे कहीं भी पेयजल की कोई समस्या उत्पन्न न हो।
जिलाधिकारी ने कहा है कि जनपद के ग्रामीण/नगरीय क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या की सूचना ग्रामीण जनता से प्राप्त कर लें एवं प्राप्त सूचना के आधार पर पेयजल समस्या के त्वरित समाधान सुनिश्चित करने हेतु ग्रामीण क्षेत्र के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी, रायबरेली गिरीश चन्द्र एवं नगरीय क्षेत्र हेतु अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) रायबरेली श्रीमती पूजा मिश्रा को नोडल अधिकारी नामित किया है, जो अपने कार्यालय में कन्ट्रोल रूम की स्थापना कराते हुए कंट्रोल रूम का नम्बर अनिवार्य रूप से तहसीलों, नगर पा.लिका परिषद, नगर पंचायत, विकास खण्डों, ग्राम पंचायतों में प्रसारित किये जायें। उन्होंने बताया है कि ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल समस्याओं के जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसके नोडल अधिकारी, डीपीआरओ श्री गिरीश चन्द्र, मो0नं0 6306206736 तथा सहायक के रूप में अमर चौरसिया, सफाई कर्मी मो0नं0 9389270290 एवं राकेश यादव, सफाई कर्मी मो0नं0 8953651003 पर सम्पर्क कर सकते है। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्र के लिए नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी (वि0रा0) श्रीमती पूजा मिश्रा मो0नं0 9454417630 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि जिन लोगों के घरों तक पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, उनके घरों तक पूर्व वर्षों की भांति टैंकर के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने कहा है कि राजकीय नलकूप तथा पाइप पेयजल योजनाओं को निर्वाध रूप से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए जिससे सतत रूप से जलापूर्ति की उपलब्धता ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में बनी रहे। खराब ट्रांसफार्मर निर्धारित अवधि में बदलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा रोस्टर के अनुसार निर्धारित समय में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। सिंचाई के सभी संसाधनों/सरकारी नलकूपों को चालू स्थिति में रखा जाये एवं नहरों में अवैध कटान पर कड़ी निगरानी रखते हुए पूरी क्षमता से चलाये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता/आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने की अपरिहार्यता को दृष्टिगत रखते हुये अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वर्तमान में अधिष्ठापित इण्डिया मार्क-द्वितीय हैण्डपम्प एवं पाइप पेयजल योजनाओं के क्रियाशील बनाये रखने की नितान्त आवश्यकता है, जिससे ग्रामीण/नगरीय क्षेत्र की जनता को स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल सतत् रूप से उपलब्ध हो सके। इस कार्य के लिये आपके फील्ड स्तरीय अधिकारियों को न केवल दक्षता एवं कुशलता के साथ कार्य करें तथा जनसामान्य की पेयजल की आवश्यकता के प्रति सजग एवं संवेदनशील रहने। ग्रामीण/नगरीय क्षेत्रों में खराब पड़े इण्डिया मार्क हैण्डपम्पों में से जिन हैण्डपम्पों को सामान्य मरम्मत द्वारा क्रियाशील कराया जा सकता है, उन्हें तीन दिवस के अन्दर ठीक कराया जाये। पर्याप्त संख्या में प्याऊ की व्यवस्था करायी जाये तथा सभी सरकारी परिसरों में घड़े/प्याऊ रखवाकर अथवा अन्य व्यवस्था कराकर पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। जिलाधिकारी ने कहा है कि ग्रामीण/नगरीय क्षेत्रों में पाइप पेयजल योजनाओं से जलापूर्ति से सम्बन्धित सभी टंकियों की तत्काल सफाई करवाकर उन्हें क्रियाशील रखते हुये स्वच्छ जल की आपूर्ति करायी जाये।  जलापूर्ति के दौरान कई स्थानों पर वाटर लीकेज को तत्काल रोकने के प्रभावी उपाय अधि0अभि0 उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण, अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका परिषद  व नगर पंचायत द्वारा किये जाये। जनपद में संचालित ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र की सभी गौशालाओं में गोवंशों को पीने हेतु समुचित पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये एवं समय-समय पर इसका सत्यापन भी सुनिश्चित किया जाये। इस सम्बन्ध में अपेक्षित कार्यवाही मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा सुनिश्चित करायी जाये। वन क्षेत्रों में पशु-पक्षियों हेतु पेयजल आपूर्ति के लिए तालाब/झीलों में पानी की सतत रूप से उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाये। जनपद के अमृत सरोवरों में पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। वांछित टैंकरों की आवश्यकता का आकलन कर लिया जाये तथा उपलब्ध टैंकरों को ड्राईवर के साथ लिंक कर सूचीबद्ध कर लिया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा है कि निर्देशों का सर्वाेच्च प्राथमिकता पर कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करते हुये समयान्तर्गत कार्यवाही एवं प्रभावी अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाये, जिससे ग्रामीण/नगरीय क्षेत्रों में गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो।