रायबरेली-विश्व जल दिवस:बचाना होगा पानी की एक एक बूंद अन्यथा तरसेगी पीढ़ियां

रायबरेली-विश्व जल दिवस:बचाना होगा पानी की एक एक बूंद अन्यथा तरसेगी पीढ़ियां

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  रिपोर्ट-सागर तिवारी 


ऊंचाहार -रायबरेली -पानी की एक एक बूंद जीवन है , एक एक कतरा बेस कीमती है । इसे आने वाली पीढ़ी के लिए संजोना होगा । यदि आज पानी नहीं बचाया तो आने वाली पीढ़ियां पानी की एक एक बूंद को तरस जाएगी। यह विचार विश्व जल दिवस पर क्षेत्र के गोकना गंगा घाट पर आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने व्यक्त किए।
      विश्व जल दिवस पर एकत्र हुए प्रबुद्ध जनों ने पानी की महत्ता , उपयोगिता , संरक्षण , संचयन पर मंथन किया और आने वाली पीढ़ी के सामने पानी की समस्या व चुनौतियों पर चर्चा की । कार्यक्रम में मां गंगा गोकर्ण समिति के संरक्षक रतीपाल शुक्ल ने कहा कि भूजल एक महत्वपूर्ण संसाधन है। दुनिया के कई देश आज जल की कमी से जूझ रहे हैं। विकसित हो या विकासशील सभी देशों की प्रगति के लिए साफ और इस्तेमाल योग्य पानी पहली प्राथमिकता है। लेकिन अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए हम इसे पूरी तरह से इग्नोर कर रहे हैं। इसकी वजह से आज कई तरह के गंभीर परिणाम देखने को मिल रहे हैं। कार्यक्रम के आयोजक जितेंद्र द्विवेदी ने कहा कि आज के आयोजन का  मकसद लोगों का ध्यान पानी के महत्व की ओर आकर्षित करना है। समय रहते इस ओर सचेत हो जाने की जरूरत है।  पानी की बचत ही पानी की उत्पति है। इसलिए पानी को बचाना बहुत जरूर हो गया है और अगर हमने समय रहते इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया तो भविष्य में इसके निराशाजनक परिणाम देखने को मिल सकते है। इस मौके पर डॉ अजहर अब्बास नकवी , अर्जुन तिवारी , अमरेंद्र सिंह चच्चू , हरिश्चंद कौशल , राधेश्याम पाठक , दिनेश पांडेय, अमित निषाद , अर्पित कुमार आदि मौजूद थे ।