रायबरेली- साइबर अपराध मामले में पुलिस की धरपकड़ और उनसे धनउगाही की सुगबुगाहट तेज आखिर क्यों?

रायबरेली- साइबर अपराध मामले में पुलिस की धरपकड़ और उनसे धनउगाही की सुगबुगाहट तेज आखिर क्यों?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार, रायबरेली- साईबर अपराध मामले में पुलिस की धरपकड़ और उनसे धनउगाही ही सुगबुगाहट तेज हो गई। पूछतांछ के लिए थाने लाए गए संदिग्धों से पुलिस और बिचौलियों ने मिलकर हजारों रुपए ऐंठ लेने के मामले में अपने काम के लिए मुखर एसपी की सख्ती के बाद पुलिस और बिचौलियों के हाथ पाँव फूल गए हैं।  दरअसल बढ़ते साईबर अपराध के इस दौर में क्षेत्र के अलग गांव से किसान, व्यापारी ,नौजवान, मजदूर यहाँ तक की स्कूली बच्चे भी साईबर अपराध का शिकार हो रहे हैं। इनमें ठगी के कई तरह से ठगी के मामले शामिल हैं। खाते से रुपए निकालने, ओटीपी के माध्यम से,  अश्लील वीडियो की धमकी आदि शामिल है। ऐसे ही मामले में साईबर क्राइम ब्रांच ने एक मामले मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में एक सप्ताह पूर्व ऊंचाहार क्षेत्र से कुछ संदिग्धों के नाम सामने आए हैं। ऊंचाहार कोतवाली पुलिस इस मामले में गोपालपुर, हटवा, सवैया मीरा, रैयापुर कोटिया चित्रा, कोटरा गांव से कई संदिग्धों को तफ्तीश के लिए पकड़कर कोतवाली लाई थी। मामले में एसपी ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने क्षेत्र दो बिचौलियों के साथ सांठ गाँठ कर के संदिग्धों को छोड़ने के नामपर एक लाख से अधिक की रकम वसूल की । हालांकि हम इसकी पुष्टि नहीं करते। एसपी के आदेश को धता बताते हुए कोतवाली पुलिस ने सभी संदिग्धों को छोड़ दिया। इसकी भनक ईमानदार और स्वच्छ छवि के पुलिस कप्तान डॉक्टर यशवीर को लग गई। मामले में कप्तान ने कोतवाल को कड़ी फटकार लगाई और नौबत संदिग्धों के परिजनों को रूपये वापस करने आई तो पुलिस और बिचौलियों में खलबली मच गई। अब वह असहज महसूस कर रहे हैं। 
एसपी डॉक्टर यशवीर की सख्ती के बाद ऐसा माना जा रहा है अब अपराधियों की खैर नहीं है। वह किसी भी हाल में बख्शे नहीं जायेंगे। पुलिस आरोपियों पा मुकदमा दत्त करने की तैयारी कर रही है। यह भी माना जा रहा है कि संदिग्धों को रूपये भी वापस मिल जाएंगे।