महीने में दो बार आते हैं पीरियड्स, परेशानी की हो सकती है बात, जानें इसके कारण

महीने में दो बार आते हैं पीरियड्स, परेशानी की हो सकती है बात, जानें इसके कारण

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अक्सर ये देखा गया है कि कई महिलाओं को पीरियड्स संबंधी कई परेशानी होती हैं। इनमें किसी को महीने में दो बार पीरियड्स होने की दिक्कत भी शामिल होती है। वैसे तो रेगुलर पीरियड्स हर 24-35 दिन के बीच आते हैं। इसलिए अगर आपकी साइकिल 24 दिनों की है, तो हो सकता कि इस वजह से आपको एक महीने में दो बार पीरियड्स आ जाएं। इस स्थिति में ये परेशानी की बात नहीं है।

लेकिन अगर आपकी साइकिल ऐसी नहीं है और फिर भी आपके पीरियड्स महीने में दो बार आ रहे हैं, तो ये परेशानी की बात हो सकती है। इसकी कई वजह हो सकती हैं। तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर इसकी क्या वजहें हो सकती हैं। 

हार्मोनल इंम्बैलेंस 
बता दें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन आपके पीरियड्स को रेगुलेट करते हैं। इनके बैलेंस में बदलाव आने से पीरियड्स साइकिल में भी बदलाव होते हैं। इस वजह से आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। हार्मोन इम्बैलेंस की कई वजहें हो सकती हैं, जैसे- लाइफस्टाइल में बदलाव, बर्थ कंट्रोल पिल्स, स्ट्रेस आदि। इन वजहों से हुए हार्मोन में बदलाव महीने में दो बार पीरियड्स आने की सबसे बड़ी वजह है।

थायरॉइड
बता दें थायरॉइड ग्लैंड में तकलीफ होने के कारण भी पीरियड्स महीने में दो बार आ सकते हैं। थायरॉइड ग्लैंड के हार्मोन्स बनाने में बदलाव आने से पीरियड्स साइकिल में बदलाव आते हैं। जिन महिलओं को थायरॉइड की बीमारी होती है, उन्हें अक्सर अनियमित पीरियड्स आते हैं। इसलिए यह आपके लिए एक संकेत हो सकता है कि आपको अपने थायरॉइड की जांच करवा लेनी चाहिए।

पेरिमेनोपॉज 
यह मेनोपॉज आने से पहले की स्थिति होती है और अक्सर 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में होता है। इस दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव हो रहे होते हैं, जिस वजह से हो सकता है कि आपके पीरियड्स महीने में दो बार आ रहे हों। बता दें ये नेचुरल प्रक्रिया है, लेकिन फिर भी आप अपने डॉक्टर से मिलकर और कुछ बातों का ध्यान रख अपनी मेनोपॉज के लक्षणों को मैनेज कर सकती हैं।

पीसीओएस
इसमें आपके यूट्रस में सिस्ट बन जाते हैं। इस वजह से आपके पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं। इसमें आपके हार्मोन्स असंतुलित होते हैं। इस वजह से आपके पीरियड साइकिल पर असर होता है और ये वजह हो सकती है कि महीने में दो बार पीरियड्स होने की। इसलिए अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है, तो अपने डॉक्टर से मिलकर पीसीओएस की जांच करवा लें।

स्ट्रेस
हमारे बिजी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस होना बहुत आम बात हो गई है। इस वजह से आपके हार्मोन्स में भी बदलाव हो सकते हैं और इसके कारण भी आपके पीरियड्स महीने में दो बार हो सकते हैं। हालांकि इस वजह से सिर्फ एक या दो बार ही ऐसा होता है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रहा है, तो अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।

नोट- खबर में दी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें