रायबरेली-पानी और कीचड़ भरी राह से गुजर रही गांव की जिंदगी ,,,,,

रायबरेली-पानी और कीचड़ भरी राह से गुजर रही गांव की जिंदगी ,,,,,

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     रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली- हर गांव को डामरीकृत सड़क देकर सुगम मार्ग की सुविधा देने का सरकारी दावा धरातल पर जिम्मेदारों की मनमानी के कारण ग्रामीण जीवन को तिल तिल कर मरने को विवश कर रहा है । गांव की राह में करीब छह माह से ग्रामीण जीवन गुजर रहा है और जिम्मेदार बेपरवाह बने हुए है । तमाम सरकारी दावों की हकीकत देखनी हो तो आपको ऊंचाहार के गांव रतापुर मजरे कंदरावा आना होगा ।
      ऊंचाहार ब्लॉक के गंगा नदी के कटरी क्षेत्र में स्थित गांव रतापुर में ग्रामीण जीवन को सुविधाएं सुलभ कराने के कई दावे है । सुदूर ग्रामीण अंचल में स्थित इस गांव को भी डामरीकृत मार्ग से जोड़ने का दावा है , किंतु गांव का जीवन बदहाल कीचड़ और पानी युक्त रास्ते से गुजर रहा है । पूरे गांव के आवागमन के मार्ग पर छह माह से पानी भरा है । गांव का आम आदमी ग्राम पंचायत अधिकारी और गांव के प्रधान से एक अदद मार्ग दुरुस्त कराने की गुहार लगा रहे हैं , किंतु गांव की सियासत के हेकड़ी  ग्रामीणों के गुहार को सुनने तक को तैयार नहीं है । गांव भानु प्रताप , जय करन , राम आसरे ननकऊ, कमलेश , शिव मूरत बताते हैं कि गांव के मध्य आम रास्ते में पानी भरा होने के कारण पूरा गांव इसी कीचड़ से होकर आवागमन करता है । सबसे बड़ी समस्या बच्चों महिलाओं और बुजुर्गो के सामने है । स्कूल जाने वाले बच्चे कीचड़ में गिरकर अपने कपड़े गंदा करते हैं । बुजुर्ग और महिलाएं घुटने तक पानी में होकर आते जाते है । किंतु ग्रामीणों का दर्द कोई सुन नहीं रहा है ।