रायबरेली में 1 से 9 नवंबर तक लगेगा आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी पुस्तक मेला

रायबरेली में 1 से 9 नवंबर तक लगेगा आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी पुस्तक मेला

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रिपोर्ट-केशवानंद शुक्ला


रायबरेली में 1 से 9 नवंबर तक लगेगा आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी पुस्तक मेला
-देशभर के प्रमुख प्रकाशकों की होगी सहभागिता
- पुस्तक मेले की तैयारियां अंतिम चरण में

रायबरेली।
आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति न्यास एवं फिरोज गांधी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में शहर में 1 नवंबर से 9 नवंबर 2025 तक भव्य आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की स्मृति में फिरोज गांधी कॉलेज प्रांगण में पुस्तक मेला लगेगा। यह मेला भारतीय साहित्य, लोक संगीत, संसंस्कृति एवं पुस्तक प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन के रूप में उभरने जा रहा है। मेले की तैयारी अंतिम चरण में हैं।
   न्यास के मंत्री गौरव अवस्थी ने बताया कि
देशभर के प्रमुख प्रकाशन संस्थान इस मेले में भाग लेने आ रहे हैं। राजकमल प्रकाशन, प्रभात प्रकाशन, राधाकृष्ण प्रकाशन, किताबघर प्रकाशन, हिन्द युग्म, पेंगुइन बुक्स, ज्ञानपीठ, उत्कर्ष प्रकाशन, आदित्य प्रकाशन, निखिल प्रकाशन आगरा जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों को आमंत्रित किया गया है। कई प्रकाशन संस्थानों ने मेले में सहभागिता की स्वीकृति भी दे दी है। मेले में हिंदी सहित अन्य भारतीय भाषाओं के साहित्य को प्रदर्शित करने पर विचार चल रहा है।
   आयोजन समिति ने बताया कि यह मेला न केवल साहित्यकारों, पाठकों और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक मंच होगा, बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं के लिए भी एक सुनहरा अवसर लेकर आएगा। रायबरेली और आसपास के जनपदों की नवोदित प्रतिभाओं को अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर दिया जाएगा। 
  आयोजन समिति की आज इंदिरा नगर में समिति कार्यालय में अध्यक्ष विनोद कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में हुई बैठक में मेले की तैयारी को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में संरक्षक राकेश तिवारी, विनोद शुक्ला( बैंक कर्मचारी नेता), विनय द्विवेदी, चंद्रमणि बाजपेई, लंबू बाजपेई, अमित सिंह, अमर द्विवेदी, स्वतंत्र पांडेय, रामबाबू मिश्रा ,करुणा शंकर मिश्रा, पप्पू सिंह, विनोद श्रीवास्तव, एसपी मिश्रा, घनश्याम मिश्र, दुर्गेश पांडेय, शिवम मिश्रा सेनानी मौजूद रहे।
इनसेट 
यह आयोजन रहेंगे मेले के आकर्षण 
पुस्तक मेला के संयोजक करुणा शंकर मिश्र ने बताया कि मेले में प्रतिदिन विशेष कार्यक्रम होंगे। मेले में कवि सम्मेलन, मुशायरा, मिमिक्री शो, सांस्कृतिक एवं संगीत संध्या, लोक नृत्य एवं संगीत कार्यक्रम और साहित्यिक परिचर्चाएँ आयोजित की जाएँगी। मेले में अपनी पुस्तकों का विमोचन करने वाले लेखकों-कवियों को भी मंच उपलब्ध कराया जाएगा। कार्यक्रमों की तिथियां भी जल्द ही निश्चित कर दी जाएंगी।